Last Updated: Friday, June 22, 2012, 19:30
नई दिल्ली : इंजीनियरिंग के केंद्रीय शैक्षणिक संस्थानों में दाखिले के लिए एकल प्रवेश परीक्षा के प्रस्ताव को आईआईटी दिल्ली और आईआईटी कानपुर द्वारा खारिज कर दिए जाने के बाद छात्रों की चिंताओं को दूर करने के लिए सरकार ने अगले हफ्ते आईआईटी परिषद की एक विशेष बैठक बुलाई है। मानव संसाधन विकास मंत्रालय में मौजूद सूत्रों ने बताया कि आईआईटी दिल्ली में कल हुए घटनाक्रमों के बाद 27 जून को विशेष बैठक आयोजित की गई है।
गौरतलब है कि कल आईआईटी दिल्ली की सीनेट ने प्रस्तावित प्रवेश परीक्षा को खारिज करने का प्रस्ताव स्वीकार कर लिया और अपनी खुद की प्रवेश परीक्षा आयोजित करने का फैसला किया है। इससे पहले, इसी महीने आईआईटी कानपुर ने प्रस्तावित प्रवेश परीक्षा को इस आधार पर खारिज कर दिया था कि यह अकादमिक एवं प्रणालीगत रूप से उपयुक्त नहीं है।
सूत्रों ने बताया कि विशेष बैठक में इन दोनों आईआईटी के प्रस्तावित परीक्षा से अलग होने के कदम पर चर्चा की जाएगी और उस अनिश्चितता को दूर किया जाएगा, जिसका छात्र सामना कर रहे हैं तथा इस गतिरोध को दूर करने का रास्ता ढूंढा जाएगा। इस बारे में संकेत मिले हैं कि आईआईटी बंबई और आईआईटी खड़गपुर भी आईआईटी दिल्ली एवं कानुपर का रूख अख्तियार कर सकते हैं।
सरकार ने 2013 से साझा प्रवेश परीक्षा आयोजित करने की 28 मई को घोषणा की थी, जिसके तहत छात्र आईआईटी, एनआईटी, आईआईआईटी जैसे अन्य केंद्रीय संस्थानों में दाखिला ले सकेंगे। साथ ही, मेधा सूची तैयार करने में छात्रों के 12 वीं के परीक्षा परिणाम पर भी विचार किया जाएगा। हालांकि, आईआईटी ने इस नये प्रारूप की प्रवेश परीक्षा का विरोध करते हुए दलील दी कि इससे छात्रों की परेशानी घटने की बजाय बढ़ेगी। उन्होंने यह भी कहा है कि मेधा सूची तैयार करते समय 12 वीं के नतीजों पर विचार नहीं किया जाना चाहिए। (एजेंसी)
First Published: Friday, June 22, 2012, 19:30