आईएम का सदस्‍य बिहार से गिरफ्तार - Zee News हिंदी

आईएम का सदस्‍य बिहार से गिरफ्तार



नई दिल्ली/पूर्णिया : दिल्ली पुलिस ने बिहार के पूर्णिया जिला के जलालगढ़ थाना अंतर्गत खाताहाट गांव से पाकिस्तान निवासी और आतंकवादी संगठन इंडियन मुजाहिदीन के एक सदस्य को गिरफ्तार किया है। पूर्णिया के पुलिस अधीक्षक अमित लोढ़ा ने बताया कि गुप्त सूचना के आधार पर दिल्ली पुलिस ने स्थानीय पुलिस के सहयोग से खाताहाट गांव से पाकिस्तान निवासी और इंडियन मुजाहिदीन के सदस्य आफताब उर्फ फिरोज उर्फ फारूक उर्फ रौशन को सोमवार देर रात गिरफ्तार किया।

 

आफताब दो महीने पूर्व नेपाल के जरिए अररिया के गेहुआं गांव पहुंचा था और इन दिनों पूर्णिया जिला के जलालगढ़ थाना के खाताहाट गांव आया हुआ था, जहां बाजार से पुलिस ने कल उसे गिरफ्तार किया। आफताब को दिल्ली पुलिस पूछताछ के लिए अपने साथ कल ही दिल्ली ले गई।

 

बिहार से इंडियन मुजाहिदीन (आईएम) के संदिग्ध सदस्यों की गिरफ्तारी ने खुफिया एजेंसियों के कान खड़े कर दिए हैं और उन्होंने पुष्टि की है कि ये आतंकी संगठन राज्य में अपना आधार बनाने की कोशिश कर रहा है।

 

आईएम के इस सदस्‍य को दिल्‍ली पुलिस ने सोमवार देर रात बिहार के पूर्णिया से गिरफ्तार किया। इस पर बेंगलूर के चिन्‍नास्‍वामी स्‍टेडियम में ब्‍लास्‍ट का आरोप है। सूत्रों ने बताया कि बिहार में इंडियन मुजाहिदीन की गतिविधियों को लेकर पहले भी खबरें आई हैं लेकिन अब वहां से प्रतिबंधित संगठन के संदिग्ध सदस्यों की गिरफ्तारी के बाद एजेंसियां इसे बड़े खतरे के रूप में देख रही हैं।

 

सूत्रों ने दावा किया कि बिहार में इंडियन मुजाहिदीन के लगभग दर्जन भर माड्यूल हैं । अररिया, मधुबनी और सीतामढी को इस संगठन के पसंदीदा स्थानों के रूप में माना जाता है। आतंकी संगठन यहां युवाओं की भर्ती करने में भी लगा है।उन्होंने बताया कि पहले पुरानी दिल्ली और उत्तर प्रदेश के आजमगढ़ की ओर खुफिया एजेंसियों की कड़ी निगाह रहती थी लेकिन अब रुझान बदला है और लगता है कि आतंकी संगठन लगातार ठिकाने बदल रहे हैं।

 

बिहार में पश्चिम बंगाल की सीमा से सटे इलाकों पर इन आतंकियों की नजर रहती है क्योंकि यहां हजारों लोग कथित तौर पर अवैध रूप से रह रहे हैं। सूत्रों के मुताबिक मुंबई में 13 जुलाई को हुए विस्फोट के सिलसिले में गिरफ्तार रियाजुल सरकार ने पूछताछ के दौरान बताया कि वह किशनगंज का रहने वाला है। किशनगंज के अलावा पूर्णिया भी इंडियन मुजाहिदीन के सदस्यों के लिए कथित रूप से ट्रांजिट प्वाइंट (आवाजाही का जरिया) की तरह काम करता है।

 

सूत्रों ने कहा कि केवल अवैध आव्रजन ही यहां समस्या नहीं है बल्कि ये इलाके हथियार और मादक द्रव्यों की तस्करी का भी अड्डा बन गए हैं। नेपाल से सटी बिहार की सीमा के इलाकों का इंडियन मुजाहिदीन के सदस्य कथित रूप से बखूबी इस्तेमाल कर रहे हैं। बताया जाता है कि इंडियन मुजाहिदीन के रियाज भटकल ने बिहार में संभावनाएं तलाशीं और अपनी गतिविधियां संचालित कीं। उसे इस आतंकी संगठन के संस्थापकों में से एक माना जाता है।

First Published: Tuesday, December 6, 2011, 21:41

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