Last Updated: Friday, December 23, 2011, 10:13
देहरादून : कांग्रेस महासचिव राहुल गांधी ने शुक्रवार को यहां कहा कि देश में आज विकास कार्यों में धन की कोई कमी नहीं है, लेकिन इसके साथ घोटालेबाजों की भी कोई कमी नहीं है। राहुल शुक्रवार को उत्तराखंड कांग्रेस द्वारा आयोजित पहली चुनावी जनसभा को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने उत्तराखंड के लोगों को संबोधित करते हुए स्पष्ट शब्दों में कहा कि आपके पास सब कुछ है सिर्फ सरकार नहीं है।
इस देश में बीस तीस वर्ष पहले का समय था जब सड़क, बिजली तथा विकास कार्यों के लिए पैसा नहीं था। पैसे की अब कोई कमी नहीं है, लेकिन पैसे के चोरों की भी कमी नहीं है। उन्होंने कहा कि केंद्र द्वारा उत्तराखंड में कुंभ, मनरेगा तथा अन्य विकासकारी कार्यों क लिए पैसा भेजा गया, लेकिन जैसे ही पैसा भेजा जाता है तो उसमें हेराफेरी शुरू कर दी जाती है। राहुल ने कहा कि कुंभ में धन की हेराफेरी की बात महालेखाकार की रिपोर्ट में भी उजागर हुई है।
वहीं, राहुल गांधी ने उत्तराखंड में भाजपा की सरकार पर सीधा हमला बोलते हुए कहा कि इस पर्वतीय राज्य में संसाधन के नाम पर तो सबकुछ है लेकिन ‘सरकार’ नहीं है। उन्होंने भाजपा सरकार को कटघरे में खडा करते हुए कहा कि आज यहां की सरकार कर्नाटक से इस बात को लेकर प्रतिस्पर्धा कर रही है कि भ्रष्टाचार में कौन आगे रहे।
उन्होंने कहा कि कर्नाटक में भ्रष्टाचार के चलते मुख्यमंत्री को जेल में भेजा जाता है तो यहां के मुख्यमंत्री को बदल दिया जाता है और उसे प्रमोशन दे दिया जाता है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस एक विशेष वर्ग की सरकार नहीं बनाना चाहती है बल्कि आम जनता की सरकार बनाना चाहती है जबकि भाजपा एक विशेष वर्ग की सरकार की हिमायती है। कांग्रेस गरीबों, किसानों, मजदूरों तथा सभी वर्गों का प्रतिनिधित्व करना चाहती है।
राहुल ने कहा कि उनके पिता राजीव गांधी ने उन्हें देहरादून में इसलिए पढ़ने के लिए भेजा था क्योंकि यह पूरे देश में शिक्षा का सर्वोत्तम केंद्र है। इसे तो अब शिक्षा के क्षेत्र में अमेरिका और कैलिफोर्नियां से प्रतिस्पर्धा करनी चाहिए लेकिन यहां की सरकार भ्रष्टाचार के मामले में प्रतिस्पर्धा कर रही है। राहुल ने कहा कि उत्तराखंड में चुनाव आने वाला है। मुख्य रूप से दो विचारधाराओं की लड़ाई है। वर्ष 2004 में भी केंद्र में दो विचारधाराओं की लडाई हुई थी जिसमें जनता ने कांग्रेस के पक्ष में फैसला सुनाया था।
राहुल ने कहा कि उत्तराखंड में केंद्र द्वारा हर कार्य के लिए पैसा भेजा गया। मनरेगा, कुंभ तथा अन्य योजनाओं के लिए भेजे गए पैसों का दुरुपयोग हुआ। यह पैसा किसी मुख्यमंत्री का नहीं था बल्कि यह उत्तराखंड की जनता का पैसा था। लेकिन केंद्र का भेजा हुआ यह पैसा बीच में ही गायब हो गया।
(एजेंसी)
First Published: Friday, December 23, 2011, 18:44