Last Updated: Thursday, February 9, 2012, 16:27
नई दिल्ली : केंद्रीय सूचना आयोग ने 1975 में तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी और राष्ट्रपति के बीच आपातकाल की घोषणा से संबंधित हुए पत्राचार का पता लगाने और उसे संरक्षित रखने का प्रधानमंत्री कार्यालय को निर्देश दिया है। वरिष्ठ अधिकारियों ने दावा किया था कि उन रिकार्ड का पता नहीं लग पा रहा है।
आयोग ने संबंधित अधिकारियों को यह निर्देश भी दिया है कि आजादी के बाद के इस महत्वपूर्ण घटनाक्रम का रिकार्ड प्रधानमंत्री कार्यालय की फाइलों में नहीं होने की जांच की जाए। सूचना का अधिकार के तहत एक आवेदन के जवाब में प्रधानमंत्री कार्यालय ने दावा किया था कि पूरा प्रयास करने के बावजूद आपातकाल घोषित करने से संबंधित पत्राचार का रिकार्ड में पता नहीं लग सका।
जब यह मामला केंद्रीय सूचना आयेाग के पास पहुंचा तो भी प्रधानमंत्री कार्यालय का वही जवाब था जो उसने पहले कहा था। मुख्य सूचना आयुक्त सत्येंद्र मिश्रा ने कहा कि आजादी के बाद के इतिहास की एक महत्वपूर्ण घटना से संबंधित रिकार्ड को सावधानीपूर्वक रखा जाना चाहिए था। आयुक्त ने अपने आदेश में प्रधानमंत्री कार्यालय को इस मामले की जांच करने और रिकार्ड का पता लगाने तथा उसे संरक्षित रखने को कहा।
(एजेंसी)
First Published: Friday, February 10, 2012, 00:11