Last Updated: Monday, April 23, 2012, 08:46
नई दिल्ली: राष्ट्रपति पद के चुनाव के लिए गैर राजनीतिक व्यक्ति को उम्मीदवार बनाने की वकालत करने संबंधी खबरों के बाद राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के अध्यक्ष शरद पवार ने आज कहा कि उन्होंने तो सिर्फ आम सहमति के उम्मीदवार के बारे में बात की थी।
पवार से राष्ट्रपति पद के चुनाव के लिए गैर राजनीतिक व्यक्ति को उम्मीदवार बनाने संबंधी उनकी कथित टिप्पणी पर प्रतिक्रिया पूछे जाने पर उन्होंने कहा ‘मैंने ऐसा नहीं कहा था। मैंने आम सहमति के उम्मीदवार के बारे में बात की थी।’ राकांपा नेता केंद्रीय कृषि मंत्री भी हैं। उन्होंने कहा कि न न तो संप्रग के पास और न न ही राजग के पास पर्याप्त संख्या है इसलिए विचारविमर्श की प्रक्रिया जरूरी है।
उन्होंने कहा ‘मैं कह चुका हूं कि इस समय संप्रग और राजग की संख्या को देखते हुए हमें उच्च स्तरीय विचार विमर्श करके कोई निर्णय करने की जरूरत है। मुझे पूरा विश्वास है कि संबंधित नेतृत्व यह प्रक्रिया शुरू करेगा। इस समय हमें आम सहमति के उम्मीदवार के बारे में सोचने की जरूरत है।’
गौरतलब है कि मुंबई से मिली कुछ खबरों में कहा गया था कि पवार ने देश के अगले राष्ट्रपति के लिए गैर राजनीतिक व्यक्ति को एक आदर्श पसंद बताया है। राष्ट्रपति प्रतिभा पाटिल का कार्यकाल 24 जुलाई को समाप्त हो जाएगा। इस शीर्ष पद के लिए इन दिनों उप राष्ट्रपति हामिद अंसारी और वित्त मंत्री प्रणव मुखर्जी को उम्मीदवार बनाए जाने की चर्चा चल रही है।
नए उप राष्ट्रपति का चुनाव अगस्त तक होना है। विपक्ष का एक वर्ग संप्रग और राजग के बीच इस मामले में आम सहमति बनाने का पक्षधर है।
राष्ट्रपति चुनाव के लिए निर्वाचक मंडल में कांग्रेस के 31 फीसदी और भाजपा के 24 फीसदी वोट हैं। पिछले राष्ट्रपति चुनाव में संप्रग के पास 57 फीसदी वोट थे जबकि इस बार उसके पास 40 फीसदी से थोड़े अधिक ही हैं। राजग के पास 30 फीसदी से भी कम वोट हैं।
(एजेंसी)
First Published: Monday, April 23, 2012, 14:16