Last Updated: Monday, June 11, 2012, 21:38
नई दिल्ली : अल्पसंख्यकों के उप कोटे के प्रावधान पर आंध्र प्रदेश हाईकोर्ट के फैसले पर रोक लगाने से सुप्रीम कोर्ट की ओर से इनकार करने के फैसले को लेकर कांग्रेस और भाजपा ने एक दूसरे पर निशाना साधा है। भाजपा ने सत्ताधारी दल पर ‘सांप्रदायिक एजेंडे’ चलाने का आरोप लगाया तो दूसरी ओर कांग्रेस ने उसे ‘सांप्रदायिकता का सुल्तान’ करार दिया।
भाजपा प्रवक्ता निर्मला सीतारमण ने यहां संवाददाताओं से कहा कि कांग्रेस लगातार तेजी से सांप्रदायिक एजेंडा को अपना रही है । हमने उत्तर प्रदेश के विधानसभा चुनावों के नतीजे देखे कि मतदाताओं ने सांप्रदायिक एजेंडा को नकार दिया है लेकिन इसके बावजूद कांग्रेस ने सबक नहीं सीखा।
उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश और अन्य राज्यों में खराब प्रदर्शन की वजहों पर रपट सौंपने की जिम्मेदारी रक्षा मंत्री ए के एंटनी को दी गयी थी। उनके अनुसार एंटनी ने पूर्ण विश्लेषण के बाद हार के कारणों में अल्पसंख्यक उप कोटे को भी एक कारक बताया। सुप्रीम कोर्ट ने आज आंध्र प्रदेश उच्च न्यायालय के उस आदेश पर स्थगनादेश देने से इनकार कर दिया, जिसमें आईआईटी जैसे केन्द्रीय शिक्षण संस्थानों में अल्पसंख्यकों के लिए 4.5 प्रतिशत उप कोटे को रद्द किया गया था। शीर्ष अदालत ने इस पेचीदा और संवेदनशील मुद्दे से सरकार के निपटने के तरीके को लेकर उसकी आलोचना की।
निर्मला ने उच्च न्यायालय के पूर्व के उस आदेश का हवाला दिया, जिसमें कहा गया था कि केन्द्र सरकार ने इस मसले में हल्के अंदाज में कार्रवाई की है। कांग्रेस प्रवक्ता मनीष तिवारी ने भाजपा पर पलटवार करते हुए कहा कि भाजपा से सांप्रदायिकता शब्द सुनना हैरान करने वाला है। (एजेंसी)
First Published: Monday, June 11, 2012, 21:38