Last Updated: Tuesday, January 29, 2013, 10:11

जयपुर : जयपुर साहित्य उत्सव के दौरान अनुसूचित जाति, जनजाति और पिछड़ा वर्ग के बारे में विवादित टिप्पणी को लेकर समाजशास्त्री एवं प्रसिद्ध लेखक आशीष नंदी के खिलाफ राजस्थान पुलिस ने एससी/एसटी एक्ट के तहत एफआईआर दर्ज किया है। पुलिस ने नंदी को पूछताछ के लिए भी तलब किया है।
गौर हो कि महोत्सव में पैनल चर्चा के दौरान नंदी ने कहा था कि ज्यादातर भ्रष्ट लोग ओबीसी, अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति समुदाय के होते हैं। नंदी के इस बयान के बाद खासा विवाद बढ़ा है।
उधर, पुलिस ने जयपुर साहित्य उत्सव के आयोजक से कहा है कि वे चिंतक आशीष नंदी के खिलाफ दर्ज मामले की जांच पूरी होने तक जयपुर से बाहर नहीं जाएग। अतिरिक्त पुलिस आयुक्त बीजू जार्ज जोसफ ने कहा कि हमने आयोजक संजोय राय से कहा है कि अशोक नगर थाने में अनुसूचित जाति, जनजाति और पिछडा वर्ग को लेकर की गई विवादित टिप्पणी को लेकर दर्ज रिपोर्ट की जांच पूरी होने तक जयपुर नहीं छोड़ें।
प्राथमिकी में चिंतक आशीष नंदी और जयपुर साहित्य उत्सव के आयोजक संजोय राय आरोपी है। दूसरी ओर, राय ने पुष्टि करते हुए कहा कि पुलिस को इस बारे में आश्वस्त किया है कि जांच पूरी नहीं होने तक जयपुर नहीं छोड़ेंगे। गौरतलब है कि जयपुर साहित्य उत्सव के एक सत्र में गत चिंतक आशीष नंदी ने अनुसूचित जाति, जनजाति और पिछडा वर्ग के बारे में की गई टिप्पणी को लेकर विवाद पैदा हो गया था।
विवाद के कुछ घंटे बाद ही अनुसूचित जाति-जनजाति मंच के अध्यक्ष राजपाल मीणा ने अशोक नगर थाने में चिंतक आशीष नंदी और जयपुर साहित्य उत्सव के आयोजक संजोय राय के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा 506 और अनुसूचित जाति/जनजाति (उत्पीडन रोकथाम) अधिनियम के तहत मामला दर्ज करवाया था।
मामला दर्ज होने के बाद विवादित टिप्पणी करने वाले चिंतक आशीष नंदी अगले दिन सुबह अचानक जयपुर से चले गए, जबकि उसी दिन उन्हें जयपुर साहित्य उत्सव के एक सत्र में शिरकत करनी थी।
First Published: Tuesday, January 29, 2013, 10:11