इटली के नागरिक की रिहाई पर संशय - Zee News हिंदी

इटली के नागरिक की रिहाई पर संशय



भुवनेश्वर : तीन सप्ताह पहले अपहृत इटली के बंधक पाउलो बोसुस्को की रिहाई पर एक बार फिर संकट के बादल छा गये हैं, जब माओवादियों ने ओडिशा सरकार से पहले यह स्पष्ट करने को कहा है कि वह कितने नक्सलियों को रिहा कर रहा है और 13 में से कितनी मांग को पूरा करेगा।

 

माओवादी नेता सब्यसाची पांडा ने मीडिया को भेजे ताजा आडियो संदेश में दावा किया कि सात लोगों को रिहा करने की मांग की गई थी लेकिन सरकार ने पहले छह लोगों को रिहा करने पर सहमति व्यक्त की लेकिन कल उसने (सरकार) कहा कि वह पांच लोगों को मुक्त करेगा।

 

ओडिशा राज्य संचालन समिति के सचिव पांडा ने कहा, इसके कारण संदेह पैदा हुआ है और सरकार को नाम के साथ यह स्पष्ट करना चाहिए कि कितने कैदियों को रिहा किया जा रहा है। पांडा ने यह भी स्पष्ट करने की मांग की कि उनके गुट की 13 मांगों में से कितनी मांगें मानी जा रही हैं। उन्होंने संगठन पर प्रतिबंध लगाये जाने पर भी सवाल उठाया।

 

माओवादी नेता के संदेश के बाद मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने आपातकालीन बैठक बुलाई। बैठक के बाद नवीन ने संवाददाताओं से कहा, ऐसा लगता है कि भ्रम पैदा हो गया है। सरकार के वार्ताकारों और माओवादियों की ओर से नियुक्त किये गए मध्यस्थ कल स्पष्ट निष्कर्ष पर पहुंचे थे। मुझे उम्मीद है कि उनकी ओर से सभी बातें जल्द स्पष्ट हो जायेंगी। पटनायक ने कहा कि इटली के राजदूत जियाकोमो सेनफेलिस दी मोंटफोर्ट ने फिर से उनसे टेलीफोन पर बात की और बोसुस्को के बारे में गहरी चिंता व्यक्त की।

 

एक अन्य माओवादी गुट द्वारा बंधक बनाये गए बीजद विधायक झिना हिकाका को छोड़ने के एवज में पांच और लोगों को रिहा करने की मांग का उल्लेख करते हुए पटनायक ने कहा कि इस संबंध में कानूनी पहलुओं को सरकार परख रही है।

 

इस नक्सली गुट ने 37 वर्षीय विधायक को रिहा करने के लिए अपनी समयसीमा 10 अप्रैल तक बढ़ा दिया है।
राज्य सरकार के कैदियों को रिहा करने की घोषणा करने का उल्लेख करते हुए मुख्यमंत्री ने दोनों माओवादी गुटों को प्रत्युत्तर देने और हिकाका एवं बोसुस्को को रिहा करने को कहा।  (एजेंसी)

 

First Published: Monday, April 9, 2012, 10:33

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