Last Updated: Monday, April 1, 2013, 16:09

नई दिल्ली : केरल के तट पर इटली के नौसैनिकों द्वारा कथित तौर पर दो भारतीय मछुआरों की हत्या के मामले की जांच का कार्य सोमवार को राष्ट्रीय जांच एजेंसी यानी एनआईए को सौंपा दिया गया।
गृह मंत्रालय ने यह निर्णय तब लिया जब उच्चतम न्यायालय ने कहा कि पिछले वर्ष मछुआरों की हत्या के मामले में इटली के दो नौसैनिकों मासीमिलियानो लाटोर और साल्वाटोर जिरोन के कथित तौर पर शामिल होने के मामले में अभियोग चलाने का काम केरल सरकार के अधिकार क्षेत्र में नहीं आता है।
गृह मंत्रालय के सूत्रों ने बताया कि एनआईए इस मामले की जांच शुरू से करेगी और उच्चतम न्यायालय की सलाह पर सरकार की ओर से गठित विशेष अदालत या एनआईए की विशेष अदालत में आरोपपत्र दायर करेगी।
ऐसी संभावना है कि मंत्रालय उच्चतम न्यायालय को यह बतायेगा कि चूंकी दिल्ली में एक विशेष एनआईए अदालत है, इसलिए इस हाइप्रोफाइल मामले के लिए विशेष अदालत गठित किये जाने की बजाए इसकी सुनवाई यहीं (एनआईए अदालत) की जा सकती है।
गौरतलब है कि मेसिमिलिएनो लैटोर और सैल्वाटोर जाइरोन नाम के दोनों मरीनों को इटली के चुनावों में मतदान के लिए स्वदेश जाने की अनुमति दी गयी थी लेकिन इस शर्त पर कि वे मुकदमे का सामना करने के लिए 22 मार्च तक भारत लौट जाएंगे। मरीनों को भारत वापस नहीं भेजने के इटली के फैसले से दोनों देशों के रिश्तों में तनाव आ गया था।
इटली के दोनों नौ सैनिकों पर आरोप है कि 15 फरवरी, 2012 में अरब सागर में भारतीय मछुआरों की नौका को समुद्री लुटेरे समझकर उन्होंने उन पर गोली चलाई थी, जिसमें दो मछुआरों की मौत हो गई थी। इस मामले में उनके खिलाफ यहां मुकदमा चल रहा है। (एजेंसी)
First Published: Monday, April 1, 2013, 15:15