Last Updated: Monday, March 26, 2012, 09:49
भुवनेश्वर : अपहरण किए गए दूसरे इतालवी नागरिक को रिहा कराने के लिए ओडिशा सरकार और माओवादियों द्वारा मनोनीत मध्यस्थों के बीच बातचीत फिर से शुरू हो गई है जबकि सत्तारूढ बीजद विधायक को बंधक बनाए एक अन्य विद्रोही समूह ने सघन अभियान को तत्काल रोकने और जेल में बंद उग्रवादियों को रिहा करने की मांग की। वार्ता सत्र में विराम के दौरान गृह सचिव यूएन बेहरा ने संवाददाताओं को बताया कि इतालवी टूर ऑपरेटर पाओलो बोसुस्को की सुरक्षित रिहाई के लिए नई बातचीत सौहार्दपूर्ण वातावरण में शुरू हुई। हम बातचीत के जल्द पूरा होने की उम्मीद करते हैं।
बातचीत 24 मार्च को रोक दी गई थी जब लक्ष्मीपुर से कबाइली विधायक झिना हिकाका को 50 से ज्यादा माओवादियों ने बंधक बना लिया । विधायक कोरापुत जिले से अपने घर वापस लौट रहे थे। माओवादियों की ओर से मध्यस्थता कर रहे बीडी शर्मा और दंडापाणि मोहंती ने भी कहा कि वार्ता सौहार्दपूर्ण वातावरण में हो रही है और जल्द ही पूरी हो जाएगी । मोहंती ने कहा कि अब हम निर्णायक दौर में पहुंच चुके हैं। गृह सचिव ने साफ कर दिया कि दोनों मध्यस्थों के साथ वार्ता बोसुस्को की सुरक्षित रिहाई तक सीमित है।
सरकार और माओवादियों द्वारा मनोनीत मध्यस्थों के बीच बातचीत फिर से शुरू हो गई जबकि मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने नक्सलियों से उन्हें रिहा करने की फिर से अपील की है। पटनायक ने विधानसभा में बीजू जनता दल के विधायक जिना हिकाका और इतालवी नागरिक पाओलो पोसुस्को के अपहरण संकट पर दिये बयान में कहा, ‘मैंने भाकपा माओवादी के मध्यस्थों बी डी शर्मा और दंडपाणि मोहंती से अनुरोध किया है कि वे राज्य सरकार के साथ बातचीत जारी रखें । मैं सदन को सूचित करना चाहूंगा कि बातचीत फिर से शुरू हो गई है।’
डाक्टर शर्मा और मोहंती नक्सलियों का प्रतिनिधित्व कर रहे हैं वहीं गृह सचिव यू एन बेहरा, पंचायत राज सचिव पी के जेना और अनुसूचित जाति और जनजाति विकास सचिव एस के सारंगी सरकार का प्रतिनिधित्व कर रहे हैं । इस बीच उन्होंने कहा है कि सरकार से लक्ष्मीपुर के विधायक का अपहरण करने वाले अपहरणकर्ताओं ने अभी तक कोई मांग नहीं की है । एक अन्य माओवादी गुट द्वारा कोरापुट जिले से हिकाका के अपहरण के बाद माओवादी मध्यस्थों के बीच बातचीत 24 मार्च को रोक दी गई थी।
(एजेंसी)
First Published: Monday, March 26, 2012, 23:57