इतालवी बंधक संकट पर वार्ता खतरे में - Zee News हिंदी

इतालवी बंधक संकट पर वार्ता खतरे में

भुवनेश्वर: ओड़िशा के मल्कानगिरि जिले में माओवादियों द्वारा एक पुलिस अधिकारी की हत्या किए जाने से नौ दिन से चले आ रहे इतालवी बंधक संकट को लेकर वार्ता खतरे में पड़ गई है ।  इस घटना से माओवादियों के इरादों को लेकर सवाल खड़ा हो गया है । माओवादियों ने कल मल्कानगिरि जिले के खेरपुट में भीड़भाड़ वाले बाजार में दिन दहाड़े एक पुलिस उपनिरीक्षक को मार दिया था ।

 

माओवादी मध्यस्थों ने भी वार्ता प्रक्रिया के दौरान पुलिस अधिकारी की हत्या की निन्दा की है । उन्होंने नक्सलियों से हिंसा से दूर रहने को कहा क्योंकि इससे वार्ता की प्रगति पर असर पड़ सकता है ।

 

कल शाम वार्ता के पहले चरण में माओवादियों की सभी 13 मांगों पर चर्चा हुई । माओवादी मध्यस्थों ने दावा किया था कि अपहृत इतालवी सुरक्षित हैं और वे ठीकठाक हैं।

 

माओवादियों द्वारा नामांकित किए गए वार्ताकारों में पूर्व नौकरशाह और सामाजिक कार्यकर्ता बीडी शर्मा तथा दंडपाणि मोहंती हैं, जबकि ओड़िशा सरकार की ओर से वार्ता में गृह सचिव यूएन बेहेरा, पंचायती राज सचिव पीके जेना तथा जनजातीय एवं अनुसूचित जाति मामलों के सचिव एसके सारंगी शामिल हैं ।

 

कंधमाल जिले से 14 मार्च को पुरी के टूर ऑपरेटर पाओलो बोसुस्को और पर्यटक क्लाउडियो कोलैंजेलो का माओवादियों ने उस समय अपहरण कर लिया था जब वे ट्रेकिंग कर रहे थे । मोहंती ने कहा कि इनकी सुरक्षित रिहाई के लिए तौर तरीकों की रूपरेखा जल्द तैयार होने की संभावना है ।

 

माओवादियों के वार्ताकारों ने जोर दिया कि यदि उनकी दो मांगें मान ली जाएं तो इतालवी बंधकों में से एक को रिहा कर दिया जाना चाहिए । इन दो मांगों में सुभाश्री दास सहित कुछ माओवादियों और कथित फर्जी मुठभेड़ों में शामिल पुलिस अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग शामिल है । उन्होंने कहा कि दूसरे इतालवी पर्यटक को सभी 13 मांगें माने जाने पर रिहा किया जाएगा । (एजेंसी)

First Published: Friday, March 23, 2012, 15:55

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