Last Updated: Tuesday, March 12, 2013, 14:20

नई दिल्ली : प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने इटली द्वारा उसके दो मरीन (नौसैनिक) भारत को सौंपने से इंकार किये जाने को ‘अस्वीकार्य’ बताते हुए कहा कि इस मसले पर इटली के साथ बात की जाएगी।
वाम दलों और कांग्रेस के केरल से ताल्लुक रखने वाले सांसदों के साथ अलग अलग मुलाकात के दौरान सिंह ने उन्हें यह बताया। ये सांसद अपनी नाराजगी व्यक्त करने और सिंह से इस गंभीर मसले में हस्तक्षेप की मांग करने के लिए उनसे मिले थे।
माकपा सांसद के एन बालगोपाल और एमबी राजेश के मुताबिक प्रधानमंत्री ने कहा कि यह अस्वीकार्य है। सिंह ने वाम दलों के सांसदों से कहा कि वह विदेश मंत्री सलमान खुर्शीद से कहेंगे कि वह यह मुद्दा इटली के साथ उठायें।
इतालवी विदेश मंत्रालय के बयान के परिप्रेक्ष्य में सिंह की यह टिप्पणी आयी। इटली ने कहा है कि दोनों मरीन भारत नहीं लौटेंगे।
दोनों मरीन ने पिछले साल फरवरी में केरल में समुद्र तट के निकट दो मछुआरों की कथित रूप से गोली मारकर हत्या कर दी थी। इटली का दावा है कि भारत ने उसके इस आग्रह का जवाब नहीं दिया, जिसमें उसने कहा था कि इस मामले का राजनयिक समाधान निकाला जाए। खुर्शीद ने कहा कि सरकार इटली के फैसले, उसकी दलीलों और प्रभावों का अध्ययन कर रही है।
बालगोपाल ने आरोप लगाया कि यह भारत सरकार और इटली सरकार में उच्चस्थ पदों पर बैठे लोगों के बीच ‘‘साजिश’’ का नतीजा है। उन्होंने हालांकि इसे और अधिक स्पष्ट नहीं किया और न ही कोई ब्योरा दिया। केरल से कांग्रेस सांसदों ने भी प्रधानमंत्री से अलग से मुलाताक की।
प्रधानमंत्री से मुलाकात करने वाले नागर विमानन राज्य मंत्री के सी वेणुगोपाल और वरिष्ठ कांग्रेस नेता पी सी चाको के मुताबिक प्रधानमंत्री ने कहा है कि वह विदेश मंत्री से इस मुद्दे को उठाने को कहेंगे। विदेश मंत्री से कहा जाएगा कि वह दोनों इतालवी मरीन को वापस लाने के लिए राजनयिक जरिये का इस्तेमाल करें।
इस बीच कानून मंत्री अश्वनी कुमार ने कहा कि विदेश मंत्रालय और उनका मंत्रालय एक दूसरे से सलाह मशविरा कर सुनिश्चित करेंगे कि इस मामले में प्रभावशाली ढंग से कदम उठाये जाएं।
कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी से भी संसद परिसर में संवाददाताओं ने इस मसले पर सवाल किया लेकिन उन्होंने इस बारे में कोई टिप्पणी नहीं की। (एजेंसी)
First Published: Tuesday, March 12, 2013, 12:41