Last Updated: Friday, July 20, 2012, 10:31
ज़ी न्यूज ब्यूरो/एजेंसीनई दिल्ली : प्रणब मुखर्जी के इस्तीफे से खाली हुई यूपीए सरकार में नंबर-2 की कुर्सी अपनी हाथ से जाते देख राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) ने सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। खबर है कि सरकार में नंबर-2 की हैसियत नहीं मिलने से नाराज शरद पवार ने मंत्री पद से इस्तीफा दे दिया है। उनके साथ प्रफुल्ल पटेल ने भी इस्तीफा दिया है। इसके बाद शरद पवार 10 जनपथ स्थित सोनिया गांधी के घर मिलने पहुंचे हैं।
ज़ी न्यूज संवाददाता के अनुसार, सूत्रों के मुताबिक दोनों मंत्रियों ने पीएम मनमोहन सिंह को अपने इस्तीफे भेज दिए हैं। यह भी बताया जा रहा है कि दोनों मंत्री शुक्रवार को अपने दफ्तर भी नहीं जाएंगे। एनसीपी के हवाले से मिली जानकारी के मुताबिक अगर सरकार ने एनसीपी की मांग नहीं मानी तो वह यूपीए से नाता तोड़ सकती है। इससे यूपीए सरकार पर संकट गहरा गया है।
इससे पहले गुरुवार शाम दिल्ली में कैबिनेट की बैठक थी लेकिन एनसीपी नेता शरद पवार और प्रफुल्ल पटेल दिल्ली में होते हुए भी इस बैठक में शामिल नहीं हुए। सूत्रों के हवाले से कहा जा रहा है कि शरद पवार सरकार में रक्षा मंत्री ए.के. एंटनी को नंबर-2 का दर्जा दिए जाने से नाराज हैं। पवार के बारे में कहा जा रहा है कि वह सरकार में नंबर-2 की हैसियत चाहते हैं लेकिन कांग्रेस उन्हें यह रुतबा देने को तैयार नहीं है।
गुरुवार शाम शरद पवार के घर पर एनसीपी नेताओं की बैठक चल रही थी। प्रफुल्ल पटेल भी बैठक में मौजूद थे। यह लगातार दूसरी बार है जब शरद पवार और प्रफुल्ल पटेल कैबिनेट की बैठक में शामिल नहीं हुए हैं।
शरद पवार ने मंत्रिमंडल में वरीयता के मुद्दे को लेकर अपने और प्रफुल्ल पटेल के इस्तीफे आज प्रधानमंत्री को भेजे जाने की खबरों पर कोई भी प्रतिक्रिया देने से इनकार कर दिया। इस मसले पर प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह की ओर से उन्हें बुलाए जाने के बारे में पूछे जाने पर पवार ने कहा कि मुझे कुछ नहीं कहना है।’ प्रधानमंत्री को दोनों नेताओं की ओर से इस्तीफे भेजे जाने के बारे में पूछे जाने पर भी उन्होंने ऐसी ही प्रतिक्रिया दी।
अभी तीन दिन पहले ही प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने रक्षा मंत्री एके एंटनी को कैबिनेट में औपचारिक रूप से नम्बर दो बताकर प्रणब मुखर्जी के कैबिनेट से बाहर होने के बाद नये वरियताक्रम का संकेत दिया है।
First Published: Friday, July 20, 2012, 10:31