Last Updated: Saturday, July 20, 2013, 18:58

नई दिल्ली : शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे ने नरेन्द्र मोदी को प्रधानमंत्री पद का उम्मीदवार बनाए जाने को लेकर उत्साहित नहीं होने की धारणा को खारिज करते हुए आज कहा कि गुजरात के मुख्यमंत्री को लोकसभा चुनाव के लिए भाजपा की चुनाव अभियान समिति का अध्यक्ष बनाए जाने के समय ही शुभकामना दे दी थी।
मीडिया पर अपने बयान का गलत मतलब निकालने का आरोप लगाते हुए उन्होंने संवाददाताओं से कहा, ‘मैंने कल जब कहा था कि देश को एक विश्वसनीय चेहरे की जरूरत है तो मैं कांग्रेस के संदर्भ में बोल रहा था, जो अभी सत्ता में है। मैं कांग्रेस के बारे में बात कर रहा था।’ प्रश्न के उत्तर में ठाकरे ने यह स्पष्ट किया कि राम मंदिर जैसे हिन्दुत्व से जुड़े मुद्दों के चुनाव में महत्वपूर्ण बनने की संभावनाएं नहीं हैं क्योंकि ‘कांग्रेस के कुशासन’ के कारण आम लोग जिन ‘कठिन समस्याओं’ का सामना कर रहे हैं उनपर जोर देने की जरूरत है।
मोदी को भाजपा में अहम भूमिका मिलने के बाद पहली बार राष्ट्रीय राजधानी आए ठाकरे ने कहा कि शुरूआत में ही जब मोदी केन्द्रीय अभियान समिति का अध्यक्ष बनने के बाद उनके निवास पर आए थे तभी उन्हें ‘शुभकामना’ दे दी थी। उद्धव ठाकरे ने कहा, ‘मैं उन बातों का स्पष्टीकरण क्यों दूं जो मैंने अपने भाषण में कहा ही नहीं । मीडिया भी समाज का एक जिम्मेदार तबका है।’ साथ ही उन्होंने कहा, ‘आप ही लोग कहेंगे कि उद्धव ने यू-टर्न ले लिया है।’
अटल बिहारी वाजपेयी, लालकृष्ण आडवाणी और सुषमा स्वराज के साथ अपनी बैठक के बाद संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार का नाम तय करने की जिम्मेदारी पहले भाजपा के संसदीय बोर्ड की है। फिर वह अपने सहयोगियों जैसे शिव सेना ओर अकाली दल से सलाह करेगी। नेतृत्व के मामले पर सभी सवालों को दरकिनार करते हुए उन्होंने कहा, `यह बात छुपी नहीं है कि उचित प्रक्रिया का पालन किया जाएगा ।’
बाल ठाकरे के जीवन काल में शिव सेना द्वारा प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार के रूप में सुषमा स्वराज का समर्थन किए जाने के संबंध में पूछे गए सवालों पर उन्होंने कहा कि उस दौरान अन्य किसी नेता का नाम सामने नहीं आया था। (एजेंसी)
First Published: Saturday, July 20, 2013, 18:58