उमर अब्दुल्ला बोल रहे हैं अलगाववादियों की भाषा: भाजपा

उमर अब्दुल्ला बोल रहे हैं अलगाववादियों की भाषा: भाजपा

उमर अब्दुल्ला बोल रहे हैं अलगाववादियों की भाषा: भाजपानई दिल्ली : भाजपा ने उमर अब्दुल्ला पर सीधा प्रहार करते हुए आज आरोप लगाया कि वह संसद पर हमले के षड्यंत्रकारी अफ़ज़ल गुरू के साथ हमदर्दी दिखा कर जम्मू कश्मीर के मुख्यमंत्री के भेष में अलगाववादियों की भाषा बोल रहे हैं और राज्य के हालात को भड़का रहे हैं।

पार्टी प्रवक्ता प्रकाश जावडेकर ने यहां कहा, ‘‘मीडिया को दिए अपने ज़हरीले इंटरव्यू में उमर अब्दुल्ला ने अफ़ज़ल गुरू से सहानुभूति दर्शाई है। उन्होंने उसे 43 साल का नौजवान बताया और ऐसा कहते हुए वह यह भूल गए कि संसद पर हुए हमले में जो नौ लोग मारे गए उनमें से छह अफ़ज़ल से कम उम्र के थे।’’ कांग्रेस से उन्होंने मांग की कि वह यह स्पष्ट करे कि वह उमर अब्दुल्ला द्वारा अपनाए गए इस रूख के साथ है या उसका विरोध करती है।

उन्होंने कहा कि उमर ने अपने ‘सनसनीखेज़’ इंटरव्यू में उच्चतम न्यायालय के फैसले को यह कहते हुए चुनौती दी है कि वह ‘परिस्थितिजन्य साक्ष्यों पर टिका है और समाज की सामूहिक अंत:करण को संतुष्ट करने’ के लिए दिया गया है।

भाजपा प्रवक्ता ने आरोप लगाया कि उमर ने अपनी सुविधा के अनुसार शीर्ष अदालत के उक्त केवल दो वाक्यों को पकड़ लिया गुरू के बारे में निर्णय की उन बातों की अनदेखी कर दी जिसमें कहा गया है कि इस बात में रत्ती भर संदेह नहीं है कि गुरू संसद पर हमले के षड्यंत्र में पूरी तरह शामिल था और हमले में सीधे तौर पर शामिल होने को छोड़ कर उसने इसे अंजाम देने में सक्रिय भूमिका निभाई।

जावडेकर ने अनुसार उमर ने इंटरव्यू में गुरू को फांसी देने से ‘कश्मीर घाटी के लोगों में विरक्ति भाव’ आने की जो बात कही है वह वहां के आम मुसलमानों का अपमान है। यह वहां के मुसलमानों को आतंकवादियों और राष्ट्रविरोधी ताकतों के साथ खड़े कर देने जैसा है। उमर के उस दावे को भी उन्होंने चुनौती जिसमें कहा गया है कि कश्मीर की नयी पीढ़ी :मकबूल बट की बजाय: अफ़ज़ल गुरू से अपनी पहचान जोड़ेगी। भाजपा प्रवक्ता ने कहा कि आज का कश्मीरी युवा अफ़ज़ल की बजाए अपनी पहचान को उभरते क्रिकेटर शमी अहमद और आईएएस के टापर शाह फैज़ल से जोड़ेगा।

राजग सरकार में मंत्री रह चुके अब्दुल्ला की आलोचना करते हुए भाजपा प्रवक्ता ने कहा कि अफज़ल के मामले में ‘‘भेदभाव का मुद्दा उठाना, कश्मीर घाटी में हालात को भड़काने के अलावा और कुछ नहीं है।’’ उन्होंने कहा कि जब देश अफज़ल को फांसी दिए जाने पर ‘‘राहत’’ महसूस कर रहा हो ऐसे समय एक मुख्यमंत्री की ओर से दिए गया ऐसा बयान ‘‘पूर्णत: अस्वीकार्य’’ है। (एजेंसी)

First Published: Monday, February 11, 2013, 19:42

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