Last Updated: Sunday, September 4, 2011, 05:09
नई दिल्ली. केंद्र सरकार और असम के प्रतिबंधित संगठन उल्फा, युनाइटेड लिबरेशन फ्रंट ऑफ असम के बीच शनिवार को द्विपक्षीय शांति समझौते पर हस्ताक्षर हुआ. इसमें युद्धविराम तथा राज्य में तीन दशकों से अधिक समय से जारी हिंसक गतिविधियों के राजनीतिक समाधानकी दिशा में कार्य करने सम्बंधी समझौते पर हस्ताक्षर किए गए हैं.
नई दिल्ली में उल्फा नेतृत्व एवं केंद्रीय गृह मंत्रालय के अधिकारियों के बीच समझौते पर हस्ताक्षर किया गया. इस मौके पर असम सरकार के अधिकारी भी मौजूद थे.
उल्फा के स्वयंभू विदेश सचिव साशा चौधरी ने युद्धविराम समझौते पर हस्ताक्षर के बाद कहा, ''हमने केंद्र सरकार के साथ अपनी गतिविधियां स्थगित करने सम्बंधी समझौता पर हस्ताक्षर किए हैं. अब इससे राजनीतिक स्तर की वार्ता का मार्ग खुल सकेगा.''
बैठक के दौरान उल्फा के स्वयंभू वित्त सचिव चित्रबन हजारिका एवं डिप्टी कमांडर इन चीफ राजू बरुआ भी मौजूद थे.
उधर केंद्र सरकार का प्रतिनिधित्व केंद्रीय संयुक्त गृह सचिव शम्भू सिंह ने किया. उन्होंने कहा कि वो समझौते के विवरण को सार्वजनिक नहीं कर सकते. संक्षिप्त में यह एक शांति समझौता है. इससे पहले उल्फा ने इस वर्ष की शुरुआत में एकतरफा युद्धविराम की पेशकश की थी. इसके बाद जुलाई में केंद्रीय गृह मंत्री पी. चिदम्बरम के साथ पहले दौर की शांति वार्ता शुरू हुई थी.
उल्फा सचिव चौधरी ने कहा कि वो इस युद्धविराम से सहमत हैं लेकिन इस चरण में वो शस्त्र-समर्पण करने नहीं जा रहे. आगे वार्ता चलती रहेगी.
First Published: Sunday, September 4, 2011, 11:14