Last Updated: Sunday, March 17, 2013, 18:15
नई दिल्ली : जदयू के वरिष्ठ नेता शिवानंद तिवारी ने बिहार में उच्च जाति आयोग गठित करने के मामले में राज्य की जदयू-भाजपा गठबंधन सरकार की आलोचना करते हुए कहा कि उच्च जातियों के गरीबों को किसी तरह का आरक्षण का लाभ नहीं मिलना चाहिए और उन्हें गरीबी से उबारने के लिए बेहतर अर्थव्यवस्था काफी है।
जदयू के महासचिव और राष्ट्रीय प्रवक्ता तिवारी ने कहा, ‘मुझे लगता है कि उन्हें (उच्च जातियों को) आरक्षण का लाभ नहीं दिया जाना चाहिए जो विशेष रूप से पिछड़े वर्गों और दलितों के लिए बनाया गया है।’
उन्होंने उच्च जातियों के गरीबों की शिकायतों पर विचार करने के लिए उच्च जाति आयोग बनाने के बिहार सरकार के फैसले को अनावश्यक और बेकार का कदम बताया।
उन्होंने कहा, ‘मुझे नहीं पता कि ऐसा क्यों किया गया है लेकिन मैं देश में उन्हें (उच्च जातियों को) किसी तरह का आरक्षण का लाभ दिये जाने के सख्त खिलाफ हूं।’
जयू नेता ने कहा कि उच्च जाति के लोग सदियों से निम्न जाति के लोगों को दबाते रहे हैं। उन्हें आरक्षण देने के बारे में या आयोग का गठन करने के बारे में सोचने का क्या मतलब है।
तिवारी ने कहा, ‘हां, उच्च जातियों के लोगों में भी गरीबी की समस्या है। लेकिन देश के आर्थिक विकास की रफ्तार के साथ उन्हें खुद ब खुद लाभ मिलेगा। इसके लिए कोई आयोग बनाने और आरक्षण देने की जरूरत नहीं है।’ (एजेंसी)
First Published: Sunday, March 17, 2013, 18:15