Last Updated: Monday, March 18, 2013, 13:01

नई दिल्ली: सरकार द्वारा बलात्कार निराधक विधेयक पर आम सहमति बनाने के लिए बुलायी गयी सर्वदलीय बैठक आज बेनतीजा रही। विभिन्न दलों के नेताओं ने सहमति से यौन संबंध बनाने की आयु सीमा को लेकर अपनी आपत्तियां जाहिर कीं और प्रस्तावित कानून के दुरूपयोग के खिलाफ सुरक्षा उपाय किए जाने की मांग की। बैठक बेनतीजा रहने के चलते मतभेदों को दूर करने के प्रयास में आज एक और दौर की बैठक होगी।
इस बैठक में बीजेपी, डीएमके टीडीपी और आरजेडी नहीं शामिल हुए। इस बिल पर संदेह बना हुआ है क्योंकि सभी पार्टियों की राय अलग-अलग है। सबसे बड़ी बात है कि इसी शुक्रवार यानी कल तक इस इस बिल को संसद में पास कराना है।
डीएमके का इस बैठक में शामिल नहीं होना यूपी सरकार के लिए बड़ा झटका है लिहाजा सरकार की तरफ से करुणानिधि को मनाने की कोशिश की जा रही है। केंद्रीय वित्त मंत्री चिदंबरम, गुलाम नबी आजाद, रक्षा मंत्री एके एंटनी उन्हें मनाने के लिए चेन्नई जाएंगे।
संसदीय कार्य मंत्री कमलनाथ ने बैठक के बाद संवाददाताओं को बताया कि विधेयक के कुछ प्रावधानों के दुरूपयोग संबंधी चिंताओं को छोड़ कर व्यापक रूप से विधेयक की विषय वस्तु और मंशा पर आम सहमति है।’’ भाजपा और समाजवादी पार्टी की मांग है कि यौन संबंध बनाने की सहमति की उम्र 16 नहीं बल्कि 18 ही रहनी चाहिए। उनका कहना है कि चूंकि विवाह की उम्र 18 साल है, इसलिए संबंध बनाने की सहमति की उम्र भी वही रहनी चाहिए।
अन्य दलों का हालांकि कहना था कि विवाह पूर्व यौन संबंध एक सचाई है और सहमति की उम्र 16 साल होनी चाहिए।
अधिकतर दलों का विचार है कि कानून के दुरूपयोग को रोकने के लिए पीछा करने और छुप छुप कर घूरने के उपबंधों को कुछ उदार बनाया जाए। उनका यह भी कहना है कि राजनीतिक प्रतिद्वंद्वियों और दुश्मनी निकालने के इरादे से लोगों द्वारा झूठे मामले दायर किए जाने के खिलाफ पर्याप्त सुरक्षा उपाय होने चाहिए। (एजेंसी)
First Published: Monday, March 18, 2013, 09:04