Last Updated: Monday, November 14, 2011, 09:47
नई दिल्ली : एएफएसपीए को आंशिक रूप से हटाने के मुद्दे पर जारी विवाद को लेकर कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने सोमवार को कहा कि सशस्त्र बलों की चिंताओं को दूर करने के पर्याप्त अवसर है और वह अपनी प्रस्तावित योजना पर आगे बढ़ेंगे।
प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह और गृह मंत्री पी चिदंबरम से मुलाकात करने वाले उमर ने स्पष्ट किया कि राष्ट्रीय सुरक्षा के साथ राजनीति खेलना उनका काम नहीं है और वह भविष्य में भी ऐसा काम नहीं करेंगे।
उन्होंने चिदंबरम से मुलाकात के बाद कहा, ‘मेरा मानना है कि सशस्त्र बलों की दोनों चिंताओं का निराकरण करने के पर्याप्त अवसर हैं। साथ ही हम उस रूख पर भी आगे बढ़ सकते हैं जो हमने करीब एक साल पहले कैबिनेट की सुरक्षा मामलों की समिति की सिफारिशों को ध्यान में रखते हुए अपनाया था।’
उमर ने कहा कि सशस्त्र बल विशेष अधिकार कानून को आंशिक तौर पर हटाये जाने के मामले में आम सहमति तैयार करने के प्रयासों के तहत उन्होंने प्रधानमंत्री तथा कैबिनेट की सुरक्षा मामलों की समिति के सदस्यों ए के एंटनी, चिदंबरम से मुलाकात कर ली और वित्त मंत्री प्रणव मुखर्जी से सोमवार को देर रात मुलाकात करेंगे।
उमर ने कहा कि निश्चित तौर पर जो कुछ होने के बारे में हम सोच रहे हैं और सेना ने सार्वजनिक तौर पर जो कहा है, उनके बीच के अंतर को पाटने के प्रयास को आसानी से अंजाम दिया जा सकता है। मुख्यमंत्री ने इस सुझाव को खारिज कर दिया कि वह एएफएसपीए को हवा देकर सरकार के समक्ष पेश अन्य मुद्दों को टाल रहे हैं। उन्होंने कहा कि वह एएफएसपीए का मुद्दा तब से उठा रहे हैं जब तीन साल पहले वह मुख्यमंत्री बने थे।
उन्होंने कहा, ‘कृपया समझिए। मैं एएफएसपीए और इसको आंशिक रूप से हटाने की बात मैं तब से कर रहा हूं जब से मैं मुख्यमंत्री बना था। मैं राष्ट्रीय सुरक्षा के साथ राजनीति खेलने का काम नहीं करता। मैंने कभी नहीं किया और ना ही कभी करूंगा।’
यह पूछे जाने पर कि उन्हें प्रधानमंत्री और अन्य केन्द्रीय मंत्रियों की ओर से क्या आश्वासन मिला है, उमर ने कहा कि वह इस बारे में उनकी तरफ से कुछ कहना उचित नहीं समझते।
मुख्यमंत्री ने कहा, ‘मैं नहीं मेरे लिए उचित नहीं होगा कि रक्षा मंत्री या प्रधानमंत्री अथवा गृहमंत्री की ओर से कुछ बोलूं। मैंने अपना मत स्पष्ट कर दिया है। मुझे लगता है कि उन्होंने मेरी बात को अच्छी तरह समझा। जैसा कि मैंने कहा कि यह सतत प्रक्रिया और यह जारी रहेगी।’
उन्होंने कहा कि वह सीसीएस के सभी सदस्यों के साथ मुलाकात की प्रक्रिया में हैं और उनका प्रयास है कि एएफएसपीए को आंशिक तौर पर उठाया जाए।
(एजेसी)
First Published: Tuesday, November 15, 2011, 10:58