Last Updated: Tuesday, June 18, 2013, 20:58

राघौगढ (मध्य प्रदेश) : कांग्रेस महासचिव दिग्विजय सिंह ने यहां कहा कि राजग में हुई टूट संप्रग की चिंता का विषय नहीं है। सिंह ने अपने गृहनगर राघौगढ में पत्रकारों से चर्चा करते हुए कहा कि देश राजनीतिक पार्टियों से चलता है, जो कुछ विचारधाराओं में विश्वास रखती हैं।
सिंह ने कहा कि कुछ राजनीतिक दल ऐसे हैं जो धार्मिक कट्टरता और तोडफोड में विश्वास रखते हैं जबकि कुछ दल सबको साथ लेकर चलने में विश्वास रखते हैं। सिंह ने कहा कि जनता दल यू के अलग होने के बाद राजग उन राजनीतिक दलों का समूह बनकर रह गया है जो केवल धार्मिक कट्टरता में विश्वास रखते हैं। उन्होने कहा कि इन दलों में भाजपा, शिवसेना और अकाली दल हैं।
उन्होने कहा कि बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने राजग से अलग होने का सही निर्णय लिया है लेकिन उन्हें यह कदम पहले ही उठा लेना चाहिये था। उन्होने कहा कि यदि नीतीश कुमार वर्ष 2009 से पहले ही राजग से अलग हो जाते तो भाजपा को संसद में और भी कम सीटें प्राप्त होतीं।
एक प्रश्न के उत्तर में सिंह ने कहा कि कांग्रेस और जदता दल यू के बीच किसी प्रकार के तालमेल के बारे में एंटोनी कमेटी ही कोई निर्णय ले सकती है। सिंह ने कहा कि गुजरात के मुख्यमंत्री राजग को तो तोड ही चुके हैं और वे भाजपा को तोडने का प्रयास कर रहे हैं लेकिन उन्हें देश को तोडने की अनुमति नहीं दी जा सकती। (एजेंसी)
First Published: Tuesday, June 18, 2013, 20:58