Last Updated: Tuesday, July 24, 2012, 21:53

मुंबई : असंतुष्ट सहयोगी दल राकांपा के साथ जारी रस्साकशी के बीच महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री पृथ्वीराज चव्हाण को अब कांग्रेस के विधायकों के रंज का सामना पड़ रहा है जब पार्टी के 40 से अधिक विधायकों ने प्रदेश के पार्टी प्रमुख को पत्र लिखकर अपनी शिकायत दर्ज कराई है।
कांग्रेस विधायकों ने महाराष्ट्र प्रदेश कांग्रेस प्रमुख मणिकराव ठाकरे को लिखे पत्र में आधारभूत संरचना से जुड़ी परियोजनाओं से लेकर प्रशासनिक पदों को भरने और क्षेत्र में विकास योजनाओं के लिए अतिरिक्त अनुदान नहीं प्रदान करने जैसे मुद्दों को सुलझाने में हस्तक्षेप करने की मांग की है।
पार्टी सूत्रों ने बताया कि 19 जुलाई को लिखे पत्र की प्रति महाराष्ट्र कांग्रेस के प्रभारी मोहन प्रकाश को भेजी गयी। एक विधायक ने भी नाम नहीं उजागर करने की शर्त पर यह बात बताई। संयोग की बात है कि यह पत्र ऐसे समय लिखा गया है जब राकांपा सुप्रीमो शरद पवार मंत्रिमंडल की बैठक में हिस्सा नहीं ले रहे हैं और कांग्रेस से साथ पार्टी की रस्साकशी जारी है।
निर्णय करने में देरी करने के कारण चव्हाण को कई बार राकांपा और उनकी अपनी पार्टी के लोगों की ओर से आलोचनाओं का सामना करना पड़ा है। ठाकरे ने हालांकि कहा कि किसी भी विधायक ने मुझसे मुख्यमंत्री के कामकाज के बारे में शिकायत नहीं की। यह स्पष्ट होना चाहिए कि कोई मुख्यमंत्री के खिलाफ नहीं है।
उन्होंने कहा कि मुझे जो पत्र मिला है, वह विधायकों को उनके क्षेत्र में पेश आ रही समस्याओं से जुड़ी है। मैंने मुख्यमंत्री से इस विषय पर बातचीत की है और उनका काम पूरा हो जाएगा। महाराष्ट्र कांग्रेस प्रमुख ने उन खबरों को भी सिरे से खारिज कर दिया जिसमें कहा गया है कि 82 में से 62 कांग्रेस विधायकों ने चव्हाण पर निर्णय नहीं करने और पार्टी के हितों को नजरंदाज करने का आरोप लगाया है।
विदर्भ क्षेत्र के चेमूर से विधायक विजय वाडेत्तिवार ने माना कि विधायकों ने उन्हें अपने क्षेत्र में पेश आने वाली समस्याओं का उल्लेख किया था। उन्होंने कहा कि विधायकों ने कभी भी मुख्यमंत्री को हटाये जाने की मांग नहीं की। विदर्भ और मराठवाडा क्षेत्र से संबद्ध विधायकों ने अपने पत्र में लिखा कि लोगों में काफी नाराजगी है क्योंकि उनकी समस्याओं का अभी तक समाधान नहीं निकला है। जब भी विधायक अपने क्षेत्र में जाते हैं, उन्हें समस्याओं का सामना करना पड़ता है। विधायकों ने ठाकरे से आग्रह किया कि वे इस मुद्दे पर पार्टी नेताओं के साथ चर्चा करें और चव्हाण के साथ जल्द बैठक बुलाए जिसमें उन्हें भी बुलाया जाए। (एजेंसी)
First Published: Tuesday, July 24, 2012, 21:53