Last Updated: Thursday, September 20, 2012, 15:49
नई दिल्ली : खुदरा क्षेत्र में प्रत्यक्ष विदेशी निवेश के केंद्र सरकार के निर्णय के खिलाफ कम्युनिस्ट और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) गुरुवार को साथ हो गए। राष्ट्रीय राजधानी में व्यापारियों की ओर से आयोजित विरोध रैली में भाजपा और कम्युनिस्ट नेता सरकार पर साथ-साथ बरसे। उन्होंने कहा कि सरकार की इस नीति से देश का खुदरा क्षेत्र बर्बाद हो जाएगा।
मार्क्सरवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) के नेता सीताराम येचुरी ने कहा कि त्रासदी यह है कि हमारे प्रधानमंत्री (मनमोहन सिंह) ने अमेरिका की पूजा शुरू कर दी है। जंतर-मंतर पर आयोजित रैली में भाजपा के वरिष्ठ नेता मुरली मनोहर जोशी, भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (भाकपा) के ए. बी. बर्धन और जनता दल (युनाइटेड) के शरद यादव भी मौजूद थे।
समाजवादी पार्टी (सपा) तथा वामपंथी दलों सहित आठ राजनीतिक दलों के समर्थकों ने भी इसी मुद्दे पर पास में ही रैली आयोजित की। कांग्रेस नेता व केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्री अम्बिका सोनी ने हालांकि `बंद` पर नाखुशी जताई। खासकर तृणमूल कांग्रेस को लेकर उनका रवैया आलोचनात्मक रहा। उन्होंने कहा कि मैं हैरान हूं कि गठबंधन सहयोगी प्रदर्शन करेंगे, क्योंकि वे सभी निर्णयों में साथ थे।
उन्होंने कहा कि यह निर्णय किसी भी सरकार के लिए कठिन निर्णय है। हमने सभी को इस बात के लिए आश्वस्त करने का प्रयास किया कि अर्थव्यवस्था को पटरी पर लाने के लिए इसके अतिरिक्त और कोई रास्ता नहीं है। (एजेंसी)
First Published: Thursday, September 20, 2012, 15:49