एमसीआई के पुनर्गठन को सरकार से मिली मंजूरी

एमसीआई के पुनर्गठन को सरकार से मिली मंजूरी

नई दिल्ली : सरकार ने भारतीय आयुर्विज्ञान परिषद (एमसीआई) के पुनर्गठन को मंजूरी प्रदान कर दी और स्वास्थ्य सेवा के पूर्व महानिदेशक आर के श्रीवास्तव को के के तलवार की जगह एमसीआई के संचालक मंडल का नया अध्यक्ष बनाया गया है।

स्वास्थ्य मंत्रालय के एक आला अधिकारी ने बताया, ‘एमसीआई के पुनर्गठन के संबंध में औपचारिक अधिसूचना स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा शुक्रवार को जारी की जाएगी।’ स्वास्थ्य मंत्री गुलाम नबी आजाद ने शीर्ष चिकित्सा नियामक संस्था को चलाने के लिए सात सदस्यीय नये बोर्ड को मंजूरी प्रदान की है जिसका कार्यकाल छह महीने का होगा। इस दौरान एमसीआई के चुनाव होंगे और परिषद के मूल ढांचे को बहाल किया जाएगा। सरकार इस संबंध में पहले ही नया विधेयक पेश कर चुकी है जो अभी संसद में पारित नहीं हुआ है।

सरकार ने एमसीआई को चलाने के लिए इसके नये बोर्ड ऑफ गवर्नर के लिए आज अध्यादेश जारी किया। केंद्रीय मंत्रिमंडल ने इस तरह का अध्यादेश जारी करने के लिए मंजूरी प्रदान की थी। पिछले संचालक मंडल का कार्यकाल 13 मई को समाप्त होने के चलते संसद द्वारा नया भारतीय आयुर्विज्ञान परिषद संशोधन अधिनियम पारित होने तक नये बोर्ड के गठन के लिए अध्यादेश जारी करना जरूरी हो गया था। उक्त अधिनियम पारित होने से निर्वाचित एमसीआई बहाल होगी।

स्वास्थ्य मंत्रालय ने जिस नए संचालक मंडल को स्वीकृति दी है उसमें केवल दो सदस्य पूर्ववर्ती संचालक मंडल से हैं जिनमें मुंबई के टाटा मेमोरियल सेंटर के कैलाश शर्मा और केरल विश्वविद्यालय के कुलपति के मोहन दास हैं। अन्य नये सदस्यों में राजस्थान स्वास्थ्य विश्वविद्यालय के कुलपति राजा बाबू पंवार, सर गंगाराम अस्पताल, नयी दिल्ली के पूर्व चेयरमैन और गंगाराम की सीसीयू के मौजूदा चेयरमैन बी के राव, पश्चिम बंगाल के हृदयरोग विशेषज्ञ ए के बर्धन और एम्स के पैथोलॉजी के प्रोफेसर मनोज सिंह हैं। (एजेंसी)

First Published: Thursday, May 23, 2013, 23:09

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