‘एसआईटी रिपोर्ट खुशी की वजह नहीं’ - Zee News हिंदी

‘एसआईटी रिपोर्ट खुशी की वजह नहीं’



नई दिल्ली : गुजरात दंगों के दौरान हुए गुलबर्ग नरसंहार मामले में राज्य के मुख्यमंत्री नरेन्द्र मोदी को विशेष जांच दल द्वारा क्लीन चिट दिए जाने के दूसरे दिन भाजपा के वरिष्ठ नेता अरुण जेटली ने बुधवार को कहा कि एसआईटी की रिपोर्ट पर खुशी मनाने की कोई वजह नहीं है, क्योंकि इस मामले में राजनीति के चलते झूठे आरोप लगाए गए थे।

 

जेटली ने कहा कि इस घटना के लिए राजनीतिकोंे के नाम घसीटने का यह एक असफल प्रयास था। लेकिन इसके चलते ऐसा करने वाले मीडिया के जरिए कुप्रचार करने के अपने प्रयास में ज़रूर सफल हुए। मगर जहां तक कानूनी सुबूत का संबंध है तो ऐसा कोई साक्ष्य नहीं है। इसलिए इस प्रयास को असफल होना ही था। उन्होंने कहा कि मामला अदालत में है। (मोदी को क्लीन चिट दिए जाने की) खुशी मनाने की कोई वजह नहीं है। इसकी निंदा किए जाने की भी कोई वजह नहीं है।

 

अहमदाबाद की एक अदालत ने कल अपने आदेश में कहा है कि सुप्रीम कोर्ट द्वारा गठित विशेष जांच दल (एसआईटी) ने मोदी सहित उन 58 लोगों के खिलाफ कोई सुबूत नहीं पाया है। कांग्रेस के पूर्व सांसद अहसान जाफरी की विधवा ज़किया जाफरी ने दंगों के दौरान गुलबर्ग सोसायटी में दंगाइयों द्वारा आग लगा कर 69 लोगों को जिंदा जला देने की घटना के सिलसिले में इन 58 लोगों के खिलाफ अदालत में अपील की थी। मारे गए इन 69 लोगों में अहसान जाफरी भी शामिल थे। जेटली ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट ने दंगों की जांच के लिए एसआईटी की सराहना की है।

 

उन्होंने कहा कि एसआईटी ने जो आरोप पत्र दाखिल किया है उसमें किसी राजनीतिक नेता का नाम नहीं है लेकिन बाद में ‘राजनीतिक सोच’ के तहत राजनीतिकों के विरूद्ध शिकायतें दर्ज कराई गई। जेटली ने दावा किया कि इस मामले में मोदी सहित राज्य के अन्य राजनीतिक नेताओं के खिलाफ ‘कपटपूर्ण’ आरोप लगाए गए। लेकिन एसआईटी ने इस केस की पेशेवर और स्वतंत्र ढंग से जांच की। उन्होंने कहा कि एसआईटी जांच की शीर्ष अदालत ने भी सराहना की है।

(एजेंसी)

First Published: Wednesday, April 11, 2012, 19:27

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