Last Updated: Thursday, August 29, 2013, 19:17

नई दिल्ली : इंडियन मुजाहिद्दीन के सह संस्थापक यासीन भटकल को राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने देश में हुए विभिन्न आतंकवादी हमलों का ‘मुख्य साजिशकर्ता’ और ‘अंजाम देने वाला’ बताया है।
एनआईए ने पिछले महीने दिल्ली की अदालत में दायर आरोपपत्र में कहा कि 30 वर्षीय यासीन पहले प्रतिबंधित संगठन स्टूडेंट्स इस्लामिक मूवमेंट ऑफ इंडिया (सिमी) से जुड़ा था और भारत के खिलाफ युद्ध छेड़ने के लिए उसने दूसरे लोगों के साथ मिलकर साजिश रची और 2003 में आईएम का गठन किया।
आईएम के पांच संदिग्धों के खिलाफ देश में आतंकवादी हमले करने का षड्यंत्र रचने के लिए जुलाई में आरोपपत्र दायर किया गया था। इसने कहा कि बाबरी मस्जिद विध्वंस घटना (1992) और गुजरात एवं गोधरा दंगे (2002) के कारण सांप्रदायिक ध्रुवीकरण के बाद आईएम का गठन हुआ था। इसने बताया कि यासीन ने रियाज भटकल और इकबाल भटकल के साथ मिलकर भारत के विभिन्न हिस्सों में आतंकवादी घटनाओं को अंजाम देने के लिए नए आतंकवादी संगठन के गठन का निर्णय किया। इसका उद्देश्य भारतीय लोगों खासकर बहुसंख्यकों में भय पैदा करना था।
एनआईए ने कहा कि यासीन युवा लड़कों को ‘जेहाद’ के मार्ग पर चलने के लिए प्रेरित करता था और फिर उन्हें आईएम में शामिल कर लेता था। इसने कहा कि 19 सितम्बर 2008 को बटला हाउस मुठभेड़ के बाद आईएम के कुछ आतंकवादियों की पहचान उजागर हुई थी और घटना के बाद यासीन सुरक्षित पनाहगाह की तलाश में था। रवींद्र कुमार ने बताया कि बिहार पुलिस और एनआईए ने संयुक्त रूप से कार्रवाई कर यासीन भटकल और असादुल्लाह अख्तर को भारत-नेपाल सीमा पर बिहार के रक्सौल थाना अंतर्गत नहर चौक के पास से आज सुबह गिरफ्तार कर लिया। उन्होंने बताया कि देश में आतंकियों द्वारा किए गए कई बम धमाकों में वांछित इंडियन मुजाहिद्दीन के इन दोनों सरगना मोतिहारी स्थित मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी की अदालत में पेश किया जाएगा।
इस बीच मोतिहारी से प्राप्त जानकारी के मुताबिक भटकल और अख्तर को जिला मुख्यालय स्थित पुलिस अधीक्षक विनय कुमार के कार्यालय में लाया गया है जहां उन्हें ट्रांजिट रिमांड पर लेने के लिए मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी की अदालत में पेश किया जाएगा। (एजेंसी)
First Published: Thursday, August 29, 2013, 19:17