Last Updated: Thursday, August 29, 2013, 19:41
नई दिल्ली : इंडियन मुजाहिद्दीन (आईएम) का सह संस्थापक यासीन भटकल विस्फोट के कई मामलों में वांछित है और एनआईए एवं राज्य पुलिस बल उससे पूछताछ कर रहे हैं। भटकल को भारत..नेपाल की सीमा से गिरफ्तार किया गया है।
उसका नाम दिल्ली उच्च न्यायालय के बाहर सात सितम्बर 2011 को हुए विस्फोट में भी आया है जिसमें 12 लोग मारे गए थे। भटकल (30) 2010 के पुणे के जर्मन बेकरी विस्फोट मामले में भी वांछित है, जिसमें पांच विदेशियों सहित 17 लोग मारे गए थे और 56 अन्य जख्मी हुए थे।
वह पिछले वर्ष एक अगस्त को पुणे के जंगली महाराज रोड विस्फोट मामले का भी मुख्य षड्यंत्रकर्ता है। विस्फोट में एक व्यक्ति जख्मी हो गया था। भटकल बेंगलुरु के चिन्नास्वामी स्टेडियम में 2010 में हुए विस्फोट और 2006 के मुंबई ट्रेन विस्फोट में भी संलिप्त रहा। कर्नाटक के भटकल का रहने वाला आईएम का सह संस्थापक दिल्ली श्रृंखलाबद्ध विस्फोट (2008), अहमदाबाद विस्फोट (2008) और सूरत विस्फोट (2008) में भी शामिल रहा। वह जयपुर विस्फोट (2008), वाराणसी के दशाश्वमेध घाट विस्फोट (2010) और मुंबई में हुए विस्फोट (2011) में भी संलिप्त था। भटकल इस वर्ष हैदराबाद के दिलसुखनगर में हुए दोहरे बम विस्फोट मामले में भी संदिग्ध है।
वह आतंकवाद की कई गतिविधियों में एनआईए और राज्य पुलिस बलों द्वारा वांछित है। भादंसं और गैर कानूनी गतिविधियां (निवारण) अधिनियम के तहत उस पर मामला दर्ज करने वाली एनआईए ने उसकी गिरफ्तारी के लिए दस लाख रूपये के पुरस्कार की घोषणा की थी। भटकल के खिलाफ गैर जमानती वारंट भी जारी किया गया था। प्रतिबंधित संगठन आईएम को सरकार ने अवैध गतिविधियां निवारण अधिनियम के तहत जून 2010 में आतंकवादी समूह घोषित किया था। (एजेंसी)
First Published: Thursday, August 29, 2013, 19:41