Last Updated: Monday, February 11, 2013, 21:13

नई दिल्ली : केंद्रीय गृह मंत्री सुशील कुमार शिंदे ने आज कहा कि सरकार यहां तिहाड़ जेल के भीतर अफजल गुरु की कब्र को देखने के परिवार के किसी भी अनुरोध पर विचार करेगी। गौरतलब है कि अफजल को शनिवार को फांसी दिए जाने के बाद तिहाड़ जेल में ही दफना दिया गया था। शिंदे ने यहां संवाददाता सम्मेलन में कहा, ‘‘अगर वे (कब्र पर) जाना चाहते हैं तो इसपर विचार किया जा सकता है।’’ 43 वर्षीय अफजल के परिवार ने कब्र पर फातिया नमाज पढ़ने और उसका सामान लेने की इच्छा जताई है।
परिवार को सूचित करने में सरकार की विफलता पर घिरे शिंदे ने स्पीड पोस्ट रसीद की छाया प्रति दिखाते हुए कहा, ‘‘सात फरवरी की शाम को 10 मिनट के अंतराल पर दो स्पीड पोस्ट भेजे गए थे।’’ हालांकि, जम्मू कश्मीर सर्किल के पोस्ट मास्टर जनरल जॉन सैमुअल ने श्रीनगर में कहा कि दिल्ली से पत्र आठ फरवरी को भेजा गया और श्रीनगर में नौ फरवरी को मिला।
इंडिया पोस्ट की आधिकारिक वेबसाइट के अनुसार राष्ट्रीय राजधानी से देश के मेट्रोपोलिटन शहरों यथा मुंबई, कोलकाता, चेन्नई, हैदराबाद और बेंगलूरू को छोड़कर देश के अन्य जगहों पर स्पीड पोस्ट को पहुंचने में चार से छह दिन लगते हैं।
शिंदे ने उस सवाल को टाल दिया कि क्या सरकार ने इस बात को सुनिश्चित किया कि परिवार को फांसी से पहले सूचित कर दिया जाए। उन्होंने कहा, ‘‘मेरे पास सूचना है कि परिवार को सूचित कर दिया गया है। सात फरवरी की रात को स्पीड पोस्ट के जरिए पत्र भेजा गया है और कार्रवाई नौ फरवरी को की गई।’’ यह पूछे जाने पर कि क्या स्पीड पोस्ट पर निर्भर करना जरूरी था जब फोन कॉल या टेलीग्राम का इस्तेमाल किया जा सकता था तो शिंदे ने इस सवाल का जवाब नहीं दिया और कहा कि जेल नियमावली के नियमों का पालन किया गया। (एजेंसी)
First Published: Monday, February 11, 2013, 16:49