Last Updated: Sunday, January 6, 2013, 23:02

चेन्नई : द्रमुक प्रमुख एम. करुणानिधि ने अपने बाद पार्टी का नेतृत्व एमके स्टालिन द्वारा संभाले जाने का संकेत देने के कुछ दिन बाद आज एक कदम और बढ़ते हुए कहा कि यदि उन्हें मौका मिला तो इस पद के लिए वह सिर्फ अपने छोटे बेटे का नाम प्रस्तावित करेंगे।
करुणानिधि ने आज यहां संवाददाताओं से कहा, ‘द्रमुक एक लोकतांत्रिक पार्टी है। यदि किसी को इसका अध्यक्ष या महासचिव बनाना है तो उसका नाम पार्टी की आम परिषद द्वारा प्रस्तावित करना होगा।’ उन्होंने कहा, ‘यदि मुझे व्यक्तिगत रूप से किसी के नाम को प्रस्तावित करने का मौका मिला तो मैं सिर्फ स्टालिन के नाम का (अध्यक्ष पद के लिए) प्रस्ताव करूंगा क्योंकि पार्टी के महासचिव के.अंभाजगन उनके नाम का पहले ही प्रस्ताव कर चुके हैं जिसका मतलब है कि मैं इस बात का समर्थन करता हूं।’
द्रमुक प्रमुख को स्टालिन के अपने उत्तराधिकारी बनने में कुछ भी गलत नजर नहीं आता। चूंकि द्रमुक एक राजनीतिक पार्टी है और उन्होंने संकेत दिया है कि उनके बाद स्टालिन उनका उत्तराधिकारी होगा, जिससे संकेत मिलता है कि उनका छोटा पुत्र उनका उत्तराधिकारी होगा।
करुणानिधि ने कहा, ‘यदि आप मुझसे इस तरह की बात पूछते हैं तो मेरे ऐसा कहने में क्या गलत है? क्या स्टालिन अध्यक्ष नहीं हो सकते। क्या वह द्रमुक के सदस्य नहीं हैं? यह सिर्फ उन लोगों को परेशानी होगी जो स्टालिन को अध्यक्ष बनते नहीं देखना चाहते?’ करुणानिधि की टिप्पणी पर प्रतिक्रिया देते हुए उनके बड़े बेटे एवं केंद्रीय रसायन एवं उवर्रक मंत्री अलागिरि ने कहा था कि द्रमुक कोई मठ नहीं है। (एजेंसी)
First Published: Sunday, January 6, 2013, 23:02