Last Updated: Saturday, August 17, 2013, 23:30

नई दिल्ली : भाजपा चुनाव अभियान समिति के अध्यक्ष नरेन्द्र मोदी ने शनिवार को कहा कि देश की जनता का मूड कांग्रेस के विरोध में है और वह बदलाव चाहती है। उन्होंने पार्टी जनों को आगाह किया कि इसे देखते हुए पार्टी के लोग, खासकर प्रवक्ता लोकसभा चुनावों के लिए कांग्रेस को एजेंडा तय करने का मौका देने के बजाय अपना खुद का एजेंडा स्थापित करें।
पार्टी की यहां आयोजित ‘राष्ट्रीय मीडिया कार्यशाला’ में उन्होंने कहा, ‘निजी हमलों से मुद्दों को भटकाने की कांग्रेस की रणनीति को सफल नहीं होने दें। कांग्रेस ऐसा करके बहस को अपनी असफलताओं से हटाना चाहती है, लेकिन हम उसे ऐसा नहीं करने देंगे।’
दिन भर चली बैठक के बाद सूत्रों ने उक्त जानकारी देते हुए बताया कि मोदी ने कहा, ‘लोकसभा चुनावों के लिए एजेंडा आप (भाजपा) तय करें। कांग्रेस को ऐसा करने का मौका नहीं दें।’ मोदी ने कहा कि सोशल और इलेक्ट्रानिक मीडिया सहित मीडिया का बहुत विस्तार हुआ है। कांग्रेस इनका इस्तेमाल करके ‘अपने पापों’ को छिपाने और असल मुद्दों से भटकाने की कोशिश में है।
उनके अनुसार मोदी ने कहा, लेकिन कांग्रेस को ऐसा मौका दिए बिना उसके नेतृत्व वाली संप्रग सरकार ने ‘आर्थिक, सामाजिक और राजनीतिक’ स्तर पर देश का जो बड़ा नुकसान किया है, उसका पुरजोर प्रचार किया जाना चाहिए।
पार्टी प्रवक्ताओं और समाचार टीवी आदि की बहस में शामिल होने वाले भाजपा के लोगों से उन्होंने जोर देकर कर कहा कि वे बिना तैयारी के बहस में शामिल नहीं हों और हर विषय का गहन अध्ययन करें।
सूत्रों के अनुसार मोदी ने कहा कि अगर प्रवक्ताओं और टीवी बहस में शामिल होने वाले पार्टी जनों के पास किसी विषय की जानकारी नहीं है तो ‘अधकचरी बहस करने की बजाय वे सीधे नमस्कार कह दें।’
भाजपा अध्यक्ष राजनाथ सिंह ने कहा, हमारे पास सचाई है। मुद्दों की हमारे पास कोई कमी नहीं है। इसलिए कांग्रेस के निजी हमलों पर ध्यान देने के बजाय उसके शासनकाल की हर मोर्चे पर नाकामियों की जमकर पोल खोली जाए।
इससे पहले कार्यशाला में लोकसभा में विपक्ष की नेता सुषमा स्वराज ने भी सलाह दी कि पार्टी जन ‘तू-तू, मैं-मैं’ में नहीं पड़ें और केवल तर्कपूर्ण बातें कहें।
कार्यशाला का उद्घाटन करते हुए सुषमा ने कहा कि भाजपा के नेताओं को कांग्रेस पर हल्ला बोलते समय अपने शब्दों पर बहुत ध्यान देना चाहिए क्योंकि, ‘एक बार मुंह से निकला शब्द वापस नहीं हो सकता।’ सूत्रों के अनुसार सुषमा ने कहा कि राजनीतिक प्रतिद्वन्द्वियों के आरोपों का जमकर प्रतिवाद करना चाहिए लेकिन ऐसा करते हुए शालीनता और गरिमा का दामन कभी नहीं छोड़ना चाहिए।
विपक्ष की नेता ने कहा कि कांग्रेस को अन्य मुद्दों के अलावा भ्रष्टाचार, अर्थवयवस्था की स्थिति और कुशासन के मुद्दों पर जम कर घेरना चाहिए।
राज्यसभा में नेता प्रतिपक्ष अरुण जेटली ने स्वतंत्रता दिवस के बाद मोदी पर कांग्रेस के प्रहारों से भाजपा प्रवक्ता जिस तरह निपट रहे हैं, उस पर असंतोष जताया। जेटली ने कहा कि केन्द्रीय मंत्री गुलाम नबी आजाद ने मोदी के खिलाफ अपमानजनक शब्दों का प्रयोग किया जिसका कड़ाई से लेकिन शालीनता के साथ जवाब दिया जाना चाहिए था। उन्होंने कहा कि कांग्रेस को और आक्रामक ढंग से लिए जाने की जरूरत है।
दिन भरी चली कार्यशाला में पार्टी महासचिव (संगठन) रामलाल और राज्यसभा में पार्टी के उप नेता रविशंकर प्रसाद ने भी अपने विचार रखे। (एजेंसी)
First Published: Saturday, August 17, 2013, 23:30