Last Updated: Sunday, November 27, 2011, 07:55
ज़ी न्यूज ब्यूरो/एजेंसी लखनऊ: उत्तर प्रट्टेश की मुख्यमंत्री मायावती ने रविवार को राज्य के आगामी विधानसभा चुनाव के लिये पार्टी की मुहिम का शंखनाद करते हुए कांग्रेस महासचिव राहुल गांधी द्वारा हाल में सरकार की कार्यप्रणाली पर उठाए गए सवालों का जवाब दिया और कहा कि जो पार्टी अपने 40 साल के एकछत्र शासन में सूबे का भला नहीं कर सकी वह पांच या 10 साल में राज्य की तस्वीर कैसे बदल सकती है।
पिछड़ा वर्ग दलित भाईचारा सम्मेलन में अपने करीब सवा घंटे के भाषण में मायावती ने परिवारवाद, भ्रष्टाचार और काले धन के प्रति रुख और दलितों तथा पिछड़ों के प्रति मानसिकता के मुद्दे पर कांग्रेस समेत विपक्षी पार्टियों को घेरा। साथ ही उन्होंने दलितों और पिछड़ों के दिलों को छूने की भी भरसक कोशिश की।
मायावती ने कहा कि कांग्रेस प्रदेश में अपनी दयनीय स्थिति से इस कदर घबराई हुई है कि इस पार्टी के लोगों और उसके युवराज को दिल्ली में संसद छोड़कर यहां आकर किस्म-किस्म की नाटकबाजी करनी पड़ रही है।
मायावती ने दलितों तथा पिछड़ों को विपक्षी दलों के हथकंडों से होशियार करते हुए कहा कि वे किसी तरह के बहकावे में नहीं आएं। अगर ऐसा होता है तो वह विश्वास के साथ कह सकती हैं कि बसपा आगामी चुनाव में ‘चलेगा हाथी उड़ेगी धूल, न साइकिल रहेगी न पंजा न फूल’ के नारे को बुलंद करते हुए कामयाबी हासिल करेगी।
दलितों के साथ-साथ पिछड़ों को भी आरक्षण का श्रेय डाक्टर भीमराव अम्बेडकर को देते हुए उन्होंने कहा कि प्रदेश में जब तक दलितों का पूर्ण विकास नहीं होगा तब तक बसपा की ओर से प्रदेश में दलित मुख्यमंत्री ही बनता रहेगा। उसके बाद पिछड़े वर्ग के प्रतिनिधि को मुख्यमंत्री बनाया जाएगा। इस कवायद में कम से कम 15 साल लगेंगे।
मायावती ने कहा कि कुछ पार्टियां अपने राजनीतिक लाभ के लिये दलित या पिछड़े वर्ग के लोगों को मुख्यमंत्री बना भी दें तो भी इन वर्गो का विकास नहीं होगा, क्योंकि सत्ता की बागडोर अन्य वर्गो के हाथ में ही होती है।
मुख्यमंत्री ने प्रदेश में दलितों तथा पिछड़ों की मुफलिसी का ठीकरा प्रदेश की पूर्ववर्ती सरकारों के सिर फोड़ते हुए कहा कि उन सरकारों की गलत नीतियों के कारण उपजी परेशानियां उनकी सरकार को विरासत में मिलीं। नतीजतन खराब आर्थिक स्थिति के कारण उनकी सरकार दलित तथा पिछड़ें वर्गो की समस्याओं को पूरी तरह दूर नहीं कर सकी है।
राहुल पर हमले जारी रखते हुए मुख्यमंत्री ने कहा ‘कांग्रेस ने झूठ बोला कि केन्द्र द्वारा भेजा गया ज्यादातर धन अफसरों, मंत्रियों और बसपा कार्यकर्ताओं के पास चला जाता है। ऐसा लगता है कि कांग्रेस अपना ही पुराना तजुर्बा बता रही है।’
उन्होंने कहा ‘कांग्रेस ने अपने पूरे रोड शो के दौरान झूठी बातें कीं, झूठे आश्वासन देकर जनता को भ्रमित करने की कोशिश की। उन्होंने नरेगा को अपनी योजना बताने की कोशिश की जबकि यह एक केन्द्रीय अधिनियम के तहत संचालित होने वाली योजना है जिसमें सभी पार्टियों का योगदान है।’
मायावती ने कहा ‘कांग्रेस के कुछ पदाधिकारी सस्ती लोकप्रियता के लिये उत्तर प्रदेश में नरेगा के क्रियान्वयन में गड़बड़ियों की बातें कर रहे हैं। हमने गड़बड़ियां रोकने के लिये अच्छी व्यवस्था की है और अगर कोई अफसर अनियमितता में लिप्त पाया जाता है तो उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई होती है।’
मुख्यमंत्री ने महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना की व्यावहारिकता पर सवाल खड़े करते हुए एलान किया कि राज्य के बाद केन्द्र में उनकी सरकार बनने पर पात्र लोगों को एक साल में 100 दिन के बजाय पूरे 365 दिन रोजगार दिया जाएगा।
मायावती ने परिवारवाद के मुद्दे पर कांग्रेस को घेरा और कहा कि उनके परिवार के सभी सदस्य राजनीति से दूर हैं और अगर उन्होंने कभी सांसद या विधायक बनने की महत्वाकांक्षा पाली तो वह उनसे नाता तोड़ लेंगी ताकि उन पर कांग्रेस की तरह परिवारवाद फैलाने का आरोप नहीं लगे। उन्होंने कहा कि दलितों और पिछड़ों के कल्याण के प्रति पूर्ण समर्पण जारी रखने के लिये ही उन्होंने विवाह नहीं किया और वह इन विशाल वर्गो को ही अपना परिवार मानती हैं।
मायावती ने दावा किया कि दलितों और पिछड़ों के लिये जितना काम उनकी सरकार ने किया है उतना किसी ने नहीं किया। उन्होंने उत्तर प्रदेश मुख्यमंत्री महामाया गरीब मदद योजना तथा उत्तर प्रदेश महमाया गरीब बालिका आशीर्वाद योजना समेत कई कल्याणकारी योजनाएं गिनाईं।
कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के जल्द स्वस्थ होने की कामना करते हुए बसपा अध्यक्ष ने कहा कि उन्हें अपने सूत्रों से पता लगा है कि सोनिया के बीमार होने के कारण राहुल को कांग्रेस का कार्यकारी अध्यक्ष तथा प्रधानमंत्री बनाए जाने की सुगबुगाहट के चलते ही केन्द्रीय मंत्रिमण्डल ने राहुल के विदेशी दोस्तों को खुश करने के लिये खुदरा बाजार में विदेशी निवेश की मंजूरी दी है।
उन्होंने कहा कि विदेशी निवेश के इस फैसले से छोटे व्यवसायी बर्बाद हो जाएंगे और अगर राज्य में कांग्रेस की सरकार आ गयी तो यह सूबा पांच साल में देश का नम्बर एक कंगाल राज्य बन जाएगा।
(एजेंसी)
First Published: Monday, November 28, 2011, 09:37