Last Updated: Thursday, February 7, 2013, 23:38
चेन्नई : पूर्व राष्ट्रपति एपीजे अब्दुल कलाम ने गुरुवार को कहा कि संसद में कम से कम 30 प्रतिशत महिलाओं को निर्वाचित होकर आना चाहिए जिससे कानून बनाने वाले फैसलों में उनकी साझेदारी हो सके।
कलाम ने यहां एक कार्यक्रम में एक सवाल के जवाब में कहा कि ‘संसद में कम से कम 30 प्रतिशत महिलाएं होनी चाहिए। उन्हें कानून बनाना चाहिए और कानून बनाने में साझेदार बनना चाहिए। इस बात की आज सख्त दरकार है। उन्होंने कहा कि ‘आज, मैं यह देख रहा हूं कि कई कॉलेजों, कई मेडिकल कॉलेजों में लड़कियां लड़कों को मात दे रही हैं। संसद में हमें क्या दिक्कत है।
कलाम ने कहा कि ‘प्राथमिक शिक्षा के क्षेत्र में सुधार की जरूरत है। हमें एक रचनात्मक कक्षा, एक रचनात्मक माहौल और एक रचनात्मक शिक्षक की जरूरत है। मैं उसके लिए काम कर रहा हूं। हमने सिंगापुर में कुछ लोगों के साथ काम किया है। प्राथमिक शिक्षक काफी अहम हैं क्योंकि वे बच्चों में ज्ञान भरते हैं। उन्होंने छात्र समुदाय से शोध कार्य करने की अपील की।
इससे पहले उन्होंने अपने उद्घाटन संबोधन में कहा कि ‘समाज शिक्षकों का आदर करता है और महान शिक्षकों को सम्मान देता है। शिक्षक के पास जीवन भर सीखने की क्षमता होती है। (एजेंसी)
First Published: Thursday, February 7, 2013, 23:38