Last Updated: Tuesday, April 23, 2013, 15:21

नई दिल्ली : कोयला घोटाले से संबंधित सीबीआई की रिपोर्ट में कानून मंत्री द्वारा हस्तक्षेप की खबरों पर जनता पार्टी के अध्यक्ष सुब्रमण्यम स्वामी ने आज कहा कि कानून मंत्री को इस्तीफा दे देना चाहिए या प्रधानमंत्री उन्हें हटाएं।
स्वामी ने संसद परिसर में संवाददाताओं से कहा, ‘‘मैं कानून मंत्री रहा हूं। मेरे कार्यकाल में सीबीआई अधिकारी जब भी आते थे तो इस बारे में बात होती थी कि संसद के प्रश्न में क्या बोलना चाहिए, क्या सामग्री रखनी चाहिए। लेकिन एक जांच चल रही है और उसमें क्या लिखना है, क्या नहीं लिखना, इस बारे में बात करना तो आईपीसी के तहत अपराध है।
उन्होंने कहा, ‘‘मैं तो समझता हूं कि कानून मंत्री को इस्तीफा दे देना चाहिए या पीएम को उन्हें बर्खास्त कर देना चाहिए।’’ 2जी स्पेक्ट्रम मामले में पूर्व संचार मंत्री ए राजा की जेपीसी के समक्ष पेश होने की मांग नहीं माने जाने के संबंध में स्वामी ने कहा कि मामला अदालत में होने का हवाला देते हुए राजा के नाम का जिक्र नहीं करना या उन्हें नहीं बुलाना तो समझ में आता है लेकिन उन्हें एक मात्र आरोपी बनाने के बाद भी उपस्थित होने का मौका नहीं देना तो तानाशाही है। ऐसा लोकतंत्र में नहीं होता। उन्होंने कहा, ‘‘राजा को तो आरोपी भी नहीं एकमात्र अपराधी करार दिया गया।’’
जनता पार्टी अध्यक्ष ने कहा कि इससे हमारी संसद की गरिमा को ठेस पहुंची है। इससे यह भी स्पष्ट है कि उनके (सरकार के) पास छिपाने के लिए कुछ है। उन्होंने कहा कि इस मामले में उच्चतम न्यायालय में उनकी सुधारात्मक याचिका पर जुलाई में सुनवाई होगी और मामला अभी समाप्त नहीं हुआ है।
स्वामी ने कहा, ‘‘मैंने तो शुरू से कहा है कि राजा ने अकेले फैसला नहीं किया। कैबिनेट ने कहा था कि दो मंत्रियों को फैसला करना था। एक राजा थे और दूसरे वित्त मंत्री चिदंबरम थे।’’ (एजेंसी)
First Published: Tuesday, April 23, 2013, 15:21