Last Updated: Thursday, November 29, 2012, 17:54

पालमपुर (हिमाचल प्रदेश) : कारगिल युद्ध में शहीद कैप्टन सौरभ कालिया के माता-पिता अपने पुत्र को न्याय दिलाने के लिए गुहार लगा रहे हैं। शहीद कैप्टन की मां विजया कालिया ने कहा कि एक सैनिक रणक्षेत्र में सीने पर दुश्मनों की गोली झेलकर मरना चाहता है न कि कई दिनों तक प्रताड़ित होते हुए। कैप्टन कारगिल युद्ध के दौरान पाकिस्तानी सैनिकों के हत्थे चढ़ गए। पाकिस्तान ने उनका बुरी तरह क्षत विक्षत शव कुछ दिनों बाद भारत को सौंपा था।
सौरभा कालिया की मां विजया एवं पिता एन.के. कालिया ने बुधवार को आईएएनएस से कहा कि वह नहीं चाहते कि उनके पुत्र की तरह कोई सैनिक पाकिस्तानी सेना के हाथों शहीद हो। वैज्ञानिक एवं औद्योगिक अनुसंधान परिषद (सीएसआईआर) के अवकाश प्राप्त वैज्ञानिक एन.के. कालिया ने कहा कि हम केवल इतना चाहते हैं कि इस अमानवीय कृत्य के पीछे जो भी हों उनकी पहचान की जाए और उन्हें असाधारण सजा दी जानी चाहिए। ताकि संसार में कहीं भी इसके बाद किसी भी सैनिक की हालत मेरे बेटे एवं उसके साथियों की तरह न हो। पिछले 13 साल से कालिया दम्पति अपने बेटे एवं प्रताड़ित पांच अन्य सैनिकों के लिए न्याय मांग रहे हैं।
शहीद के पिता ने कहा कि भारत सरकार युद्ध अपराध के शिकार सैनिकों के परिवारों को न्याय दिलाने में विफल रही है।
कालिया दम्पति ने अपने बेटे के मामले को अंतर्राष्ट्रीय न्यायालय में उठाने के लिए केंद्र सरकार को निर्देश देने के लिए सर्वोच्च न्यायालय की शरण ली। कालिया ने कहा कि यह जेनेवा समझौते का सीधा-सीधा उल्लंघन था। चूंकि कोई भी व्यक्ति अंतर्राष्ट्रीय न्यायालय में नहीं जा सकता। इसलिए हम चाहते हैं कि भारत सरकार इस मामले को अंतर्राष्ट्रीय न्यायालय में उठाए। (एजेंसी)
First Published: Thursday, November 29, 2012, 17:53