Last Updated: Saturday, December 15, 2012, 10:46

नई दिल्ली : तीन दिवसीय दौरे पर भारत आए पाकिस्तान के आंतरिक मंत्री रहमान मलिक शांति और अमन की बात तो की लेकिन इस बात स्वीकार नहीं किया कि 1999 के कारगिल युद्ध में शहीद हुए सौरव कालिया के साथ पाकिस्तानी सैनिकों ने युद्ध अपराध किया था। मलिक ने कहा कि कालिया की मौत संभव है मौसम की वजह से हुआ हो। उन्होंने कहा, `इस मामले को मैंने नहीं देखा है, यह मेरी जानकारी में हाल में ही आया है। मैं सौरभ के पिता से मिलना चाहूंगा। मैं जानना चाहूंगा कि क्या हुआ था। दरअसल जब सीमा पर जंग होती है तो कोई नहीं जानता कि वो पाकिस्तानी गोली का शिकार हुए या फिर मौसम की वजह से उनकी मौत हुई।`
हाफिज सईद की गिरफ्तारी और उसे सौंपे जाने की भारत की मांग के बारे में उन्होंने कहा कि कसाब द्वारा दिया गया मात्र एक बयान पर्याप्त नहीं है। हमें देश के कानून का पालन करना होगा। निश्चित तौर पर न्यायालय को भी संतुष्ट करना होगा। मलिक ने कहा कि मैं आश्वस्त करता हूं कि हम भारतीय सबूत की अभी भी जांच कर रहे हैं और यदि वह सबूत अंतर्राष्ट्रीय न्यायालयी मानकों पर खरा उतरता है तो मैं स्वदेश लौटने से पहले ही उसकी गिरफ्तारी के आदेश दे दूंगा।
मलिक ने कहा कि हमें हाफिज सईद से कोई लगाव नहीं है। हमारा इरादा स्पष्ट है। जो भी अपराध करता है, उसे दंड मिलना चाहिए। मैं पाकिस्तान की जनता की ओर से प्रेम और शांति का एक संदेश लेकर आया हूं। मलिक ने कहा कि पाकिस्तान ने हमेशा आतंकवाद की निंदा की है। उन्होंने कहा कि हमने आतंकवाद में 40,000 बेगुनाहों को गंवाया है, आतंकी हमलों में 42,000 अपाहिज हो गए हैं। हम सभी शांति चाहते हैं। (एजेंसी)
First Published: Saturday, December 15, 2012, 10:46