Last Updated: Thursday, October 18, 2012, 00:50
ज़ी न्यूज़ ब्यूरोनई दिल्ली : महाराष्ट्र में सिंचाई घोटाले का राज खोलते हुए इंडिया अगेंस्ट करप्शन के अहम सदस्य अरविंद केजरीवाल ने आज भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष नितिन गडकरी को कठघरे में खड़ा किया।
नई दिल्ली के कांस्टीट्यूशन क्लब में बुधवार शाम पांच बजे अपने आरोपों का निशाना कांग्रेस से हटाकर भाजपा की तरफ मोड़ते हुए केजरीवाल ने संवाददाता सम्मेलन में कहा, 'महाराष्ट्र के एक गांव की जमीन का अधिग्रहण बांध के नाम पर किया गया। जब 1997 में बांध बना तो 100 एकड़ जमीन बच गई। किसानों ने वर्ष 2000 में सिंचाई विभाग से खेती के लिए जमीन मांगी। विभाग ने दो साल बाद किसानों को उनकी जमीन देने से यह कहते हुए इंकार कर दिया कि यह निजी संस्थाओं को नहीं दी जा सकती।'
केजरीवाल ने कहा कि उसी 100 एकड़ जमीन को गडकरी ने तत्कालीन सिंचाई मंत्री अजित पवार के जरिये हासिल कर लिया। गडकरी को सिर्फ चार दिन में पहले 35 हेक्टेयर और बाद में 11 हेक्टेयर जमीन दे दी गई। अन्ना हजारे के पूर्व सहयोगी केजरीवाल ने कहा कि किसानों के बजाय बांधों का पानी गडकरी की कम्पनियों को मिलता है। उन्होंने कहा, 'गडकरी ने किसानों की जमीन एवं उनके पानी को हड़प लिया। उन्हें ठेकेदारों के प्रति सहानुभूति है लेकिन किसानों के लिए नहीं। क्या भाजपा एक विपक्षी दल है या फिर उसकी सत्तारुढ़ पार्टी के साथ साठगांठ है?'
केजरीवाल ने कहा कि यह सूचनाएं इंडिया अंगेस्ट करप्शन की कार्यकर्ता अंजली दमानिया को सूचना के अधिकार के जरिए मिली हैं। उन्होंने कहा, 'वाड्रा, खुर्शीद या गडकरी के खिलाफ कोई जांच नहीं होगी। सभी राजनीतिक दलों की आपस में साठगांठ है और वे सभी भ्रष्टाचार में लिप्त हैं।' ज्ञात हो कि केजरीवाल ने इससे पहले कांग्रेस प्रमुख सोनिया गांधी के दामाद रॉबर्ट वाड्रा और केंद्रीय कानून मंत्री सलमान खुर्शीद के खिलाफ भ्रष्टाचार के सबूत पेश किए थे।
केजरीवाल ने आईएएसी के कार्यकर्ता की सम्पत्तियों की जांच कराने की कांग्रेस एवं भाजपा को चुनौती दी। उन्होंने कहा, 'सरकार ने कहा कि प्रशांत भूषण के पास अवैध भूमि है। मैं उन्हें चुनौती देता हूं कि वे हमारी सम्पत्तियों की जांच करा लें।'
First Published: Wednesday, October 17, 2012, 17:26