Last Updated: Friday, August 10, 2012, 23:09
नई दिल्ली : कुडनकुलम परमाणु संयंत्र को चालू करने की दिशा में और एक कदम बढ़ाते हुए भारत के परमाणु नियामक ने परियोजना की पहली इकाई के लिए ईंधन भरने की अनुमति दे दी। विवादों के कारण इसमें विलंब हुआ था।
परमाणु ऊर्जा नियामक बोर्ड (एईआरबी) अध्यक्ष एसएस बजाज ने मुंबई से बताया कि सुरक्षा समिति की अनुशंसा के आधार पर हमने ईंधन भरने की अनुमति दे दी है। एईआरबी से हरी झंडी मिलने के बाद भारतीय परमाणु उर्जा निगम लिमिटेड (एनपीसीआईएल) कुडनकुलम परमाणु ऊर्जा परियोजना की 1000 मेगावाट की पहली इकाई में 163 फ्यूल असेंबली को लोड करना शुरू कर देगा। गौरतलब है कि कुडनकुलम परमाणु ऊर्जा परियोजना का विकास रूसी सहयोग से किया जा रहा है।
एनपीसीआईएल के निदेशक (तकनीकी) शिव अभिलाष भारद्वाज ने कहा कि अगले 10 से 15 दिनों में ईंधन भरना शुरू होगा। विशेषज्ञों ने कहा कि एनपीसीआईएल रिएक्टर के कोर में ईंधन भरने में करीब एक हफ्ते का वक्त लगेगा और परिचालन के लिए पहला परीक्षण किया जाएगा।
1000 मेगावाट का रूसी रिएक्टर ईंधन के लिए संवर्धित यूरेनियम और हल्के जल को प्रशीतक और मंदक के तौर पर इस्तेमाल किया जाएगा। एनपीसीआईएल के अनुप्रयोग और सुरक्षा समिति की रिपोर्ट की एईआरबी की कल हुई बैठक में समीक्षा की गई। शुरुआती ईंधन भरने और परिचालन की पहली प्रक्रिया एईआरबी अधिकारियों की निगरानी में की जाएगी और एईआरबी द्वारा स्वीकृत प्रक्रियाओं के अनुपालन की पुष्टि की जाएगी। ईंधन को लोड करने के बाद एनपीसीआईएल एकबार फिर एईआरबी के पास आएगी ताकि चरणबद्ध तरीके से रिएक्टर की क्षमता के स्तर में वृद्धि की अनुमति मांगी जा सके। (एजेंसी)
First Published: Friday, August 10, 2012, 23:09