Last Updated: Friday, March 22, 2013, 11:38

नई दिल्ली: विदेश मंत्री सलमान खुर्शीद ने शुक्रवार को कहा कि कूटनीति काम करती है ,जिसका नतीजा इतालवी सरकार के मछुआरों की हत्या के आरोपी मरीनों को वापस भेजने के फैसले में हुआ है ।
खुर्शीद ने हालांकि इतालवी मीडिया में प्रकाशित उन रिपोर्ट से जुड़े सवालों से परहेज किया जिनमें कहा गया है कि कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने इतालवी सरकार के फैसले को प्रभावित किया ।
मरीनों को भारत वापस भेजने के इतालवी सरकार के फैसले का स्वागत करते हुए विदेश मंत्री ने कहा कि फैसले के बारे में उचित प्रक्रिया के माध्यम से इस संबंध में उच्चतम न्यायालय को सूचित किया जाएगा और वह खुद संसद को इसकी जानकारी देंगे ।
उन्होंने कहा कि मैं चाहूंगा और जैसा कि मैंने कहा है कि जो भी घटनाक्रम हुआ है उसे मैं संसद के साथ साझा करूंगा लेकिन मैं निश्चित तौर पर कहूंगा कि हम लगातार संपर्क में हैं ।
उन्होंने कहा कि मैंने बार बार कहा है कि आपको कूटनीतिक प्रयासों को इतनी जल्दी खारिज नहीं करना चाहिए , और अंत में मैं कह सकता हूं कि कूटनीति उस समय काम कर रही होती है ,जब सब सोच रहे होते हैं कि सबकुछ खत्म हो गया । कृपया कूटनीति को उन चीजों को करने का थोड़ा ज्यादा मौका दीजिए जो हमारे देश के लिए जरूरी हैं ।
खुर्शीद ने यह भी कहा कि कानून जैसा है वैसा ही रहेगा। जहां तक कानून की बात है, कुछ भी नहीं बदलेगा और मेरी समझ कानून को नहीं बदल सकती। इटली ने कल रात कहा था कि भारत सरकार से यह आश्वासन मिलने के बाद कि मरीनों के बुनियादी अधिकारों का संरक्षण किया जाएगा ,वह दो मछुआरों की हत्या के आरोपी दोनों मरीनों को मामले में सुनवाई का सामना करने के लिए भारत भेजेगा।
इटली के मीडिया में आई इस आशय की खबरों कि सोनिया गांधी ने मरीनों के संबंध में फैसले पर असर डाला, खुर्शीद ने कहा कि इस सरकार के अंतर्गत जो कूटनीति होती है, इस सरकार के तहत किसी नीति को लागू करने के लिए जो कूटनीति होती है वह निश्चित रूप से प्रधानमंत्री और कांग्रेस अध्यक्ष के निर्देश और उनकी प्रेरणा से होती है।
उन्होंने कहा कि यह वह सरकार है जिसका नेतृत्व वे कर रहे हैं और इसलिए जो कुछ हुआ है, उसका श्रेय हमसे से कोई भी अन्य ले ,तो यह अनुचित होगा। वे आगे बढ़कर इसका नेतृत्व करते हैं। हम इसके बारे में और कुछ भी साझ नहीं करते । हम आपके साथ वह सबकुछ साझा नहीं कर सकते जो हमसे सरकार की ओर से निजी रूप से कहा गया है ,लेकिन मुझे लगता है कि मूल बात यह है कि हमसे जो उम्मीद की गई है वह लोगों के बीच स्पष्ट हो गई है । (एजेंसी)
First Published: Friday, March 22, 2013, 11:38