Last Updated: Saturday, July 27, 2013, 20:08

नई दिल्ली : कृषि उत्पादों के दाम में तेजी की चिंता के बीच प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने शनिवार को आर्थिक विशेषज्ञों से समस्या के समाधान के लिये सुझाव देने का आह्वान करते हुये कहा कि कृषि क्षेत्र में सबसे अच्छा दौर आना अभी बाकी है।
सूत्रों ने बताया कि नेशनल काउंसिल आफ एप्लायड इकनोमिक रिसर्च सेंटर (एनसीएईआर) के सदस्यों के साथ बातचीत में सिंह को बताया गया कि कृषि लागत बढ़ने की वजह से मुद्रास्फीति बढ़ी है। मनरेगा और कृषि फसलों के न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) में नियमित वृद्धि के चलते पिछले 4-5 साल में कृषि लागत 20 प्रतिशत तक बढ़ी है।
एनसीएईआर सदस्यों के साथ बैठक में कृषि उत्पादों की बढ़ती कीमतों पर चिंता के बीच कृषि क्षेत्र पर व्यापक चर्चा की गई। सिंह 1976 से करीब छह साल तक इस संस्थान से जुड़े रहे हैं।
प्रधानमंत्री ने स्पष्ट किया कि सरकार को समाज के सबसे निचले वर्ग के लोगों को सशक्त बनाने के लिए मनरेगा जैसे कार्यक्रम चलाने पड़े और एमएसपी बढ़ाना पड़ा।
उन्होंने अर्थशास्त्रियों से इन बातों को ध्यान में रखते हुए कीमतें नीचे लाने के उपाय सुझाने को कहा। प्रधानमंत्री का मानना है कि कृषि क्षेत्र में सबसे बेहतर दौर आना अभी बाकी है। सूत्रों ने बताया कि मनरेगा जैसी योजनाओं एवं एमएसपी में वृद्धि से ग्रामीण क्षेत्रों में प्रति व्यक्ति आय में उल्लेखनीय सुधार आया है। (एजेंसी)
First Published: Saturday, July 27, 2013, 20:08