‘केंद्र और राज्य की एजेंसियों में टकराव नहीं’ - Zee News हिंदी

‘केंद्र और राज्य की एजेंसियों में टकराव नहीं’

नई दिल्ली : एनसीटीसी को लेकर संप्रग के घटक तृणमूल कांग्रेस की नेता ममता बनर्जी सहित कई मुख्यमंत्रियों के निशाने पर आए केंद्रीय गृह मंत्री पी. चिदंबरम ने सोमवार को कहा कि केंद्र और राज्य की एजेंसियों के बीच कोई टकराव नहीं है और आतंकवादियों से निपटने के लिए वे मिलकर काम करते हैं।

 

आंतरिक सुरक्षा पर मुख्यमंत्रियों के सम्मेलन में चिदंबरम ने कहा कि 2011 में 18 आतंकवादी माडयूल ध्वस्त किए गए और 53 लोगों को गिरफ्तार किया गया। 2012 के पहले तीन महीनों में तीन माडयूल ध्वस्त किए गए और 11 लोग गिरफ्तार हुए।

 

उन्होंने कहा कि मैं इस सचाई को रेखांकित करना चाहता हूं कि इनमें से आधे माडयूल केन्द्रीय एजेंसियों और संबद्ध राज्य पुलिस के संयुक्त प्रयासों से ध्वस्त किए गए। चिंदबरम ने कहा कि वे (राज्य और केन्द्र की एजेंसियां) मिलकर काम करते हैं, एक दूसरे से सलाह मशविरा करते हैं। खुफिया जानकारी का आदान प्रदान करते हैं और जब जरूरी होता है संदिग्ध को पकडने के लिए संयुक्त अभियान चलाते हैं। मेरे विचार से आतंकी माडयूल ध्वस्त करने के लिए हुए इस तरह के शांत और अदृश्य काम की उसी तरह सराहना होनी चाहिए जैसे आतंकवादी हिंसा से जुडे मामलों का हल करने के लिए होती है।

 

गृह मंत्री की यह टिप्पणी इस लिहाज से महत्वपूर्ण है कि ममता सहित कई गैर कांग्रेसी मुख्यमंत्रियों ने एनसीटीसी (राष्ट्रीय आतंकवाद रोधी केन्द्र) के गठन को लेकर केंद्र की योजनाओं का विरोध किया है। इनमें गुजरात के मुख्यमंत्री नरेन्द्र मोदी, बिहार के नीतीश कुमार, तमिलनाडु की जे जयललिता और ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक शामिल हैं। इन मुख्यमंत्रियों ने दावा किया है कि एनसीटीसी राज्य सरकारों के अधिकारों का हनन करेगा और यह देश के संघीय ढांचे को भी प्रभावित करेगा। उनका कहना है कि इस तरह की योजना को आगे बढाने से पहले केन्द्र सरकार ने राज्यों को विश्वास में नहीं लिया।

 

देश के पश्चिमी भाग में नियंत्रण रेखा और अंतरराष्ट्रीय सीमा पर हालात को अतिसंवेदनशील बताते हुए केन्द्रीय गृह मंत्री पी चिदंबरम ने आज कहा कि हर हफ्ते घुसपैठ के प्रयास होते हैं और लगता है कि नेपाल एवं बांग्लादेश के नये रास्ते खुल गये हैं। चिदंबरम ने यहां आंतरिक सुरक्षा पर मुख्यमंत्रियों के सम्मेलन में कहा, ‘ मैंने आगाह किया है कि जब भी कभी मौका मिलता है, आतंकवादी आतंक फैलाने के प्रयासों में कोई कमी नहीं है। ’

 

वामपंथी उग्रवाद के बारे में गृह मंत्री ने बताया कि प्रभावित जिलों में नक्सल हिंसा में मारे जाने वाले लोगों की संख्या में गिरावट आयी है ।  असम माओवादी गतिविधियों का नया केन्द्र बनकर उभरा है । ऐसी खबरें भी हैं कि भाकपा-माओवादी के मणिपुर और अरूणाचल प्रदेश के उग्रवादी संगठनों से संबंध हैं । ’ (एजेंसी)

First Published: Monday, April 16, 2012, 16:02

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