कैग की भूमिका सरकार विरोधी न हो : चिदंबरम

कैग की भूमिका सरकार विरोधी न हो : चिदंबरम

कैग की भूमिका सरकार विरोधी न हो : चिदंबरम ज़ी न्‍यूज ब्‍यरो

नई दिल्‍ली : वित्‍त मंत्री पी. चिदंबरम ने मंगलवार को कहा कि नियंत्रक एवं महालेखा परीक्षक (कैग) की भूमिका सरकार विरोधी न होनी चाहिए। वह कैग के साथ मिल कर काम करना चाहते हैं ताकि सरकार और देश के इस शीर्ष सरकारी लेखापरीक्षक के बीच वैरभाव की धारणा को खत्म किया जा सके और सभी संस्थाओं में आपसी विश्वास बढ़ सके।

चिदंबरम ने यहां कैग के एक सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि कैग की हाल की कुछ लेखा परीक्षा रिपोर्टों के बाद ऐसा आभास दिया गया कि आधिकारिक ऑडिटर और सरकार एक-दूसरे के खिलाफ हो गए हैं। उन्होंने कहा कि दुर्भाग्य से सार्वजनिक बहसों में असहमति के अनुनाद सुनाई देने लगे। इसका कारण भी गूढ़ हैं, इसके कारण कैग और सरकार को एक दूसरे के विरोधी के रूप में दिखाया जा रहा है।

चिदंबरम ने कहा कि वित्त मंत्री के रूप में वह कैग के साथ मिलकर काम करना चाहते हैं, जिससे दो संस्थाओं में विरोध भाव की इस धारणा को दूर किया जा सके तथा सभी सरकारी संस्थानों में भरोसे और विश्वास की बहाली की जा सके। वित्त मंत्री ने कहा कि कैग ने कामकाज के बेहतर संचालन के मुद्दे को सुलझाने के लिए महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है और सरकार संचालन में खामी को दूर करने के लिए आवश्यक कदम उठा रही है।

उन्होंने इस बात का भी उल्लेख किया कि सरकार नीति निर्माण प्रक्रिया में कई बार ‘भूल और सुधार’ की रणनीति अपनाती है क्यों कि कई बार उसके पास पूरी सूचना नहीं होती और परिवेश भी अनिश्चित होता है। उन्होंने कहा कि लेखा परीक्षा तो निर्णय के बाद की प्रक्रिया है कई बार इसी करण सरकार और उसका लेखापरीक्षक एक-दूसरे के विरोधी दिखाई देते हैं। चिदंबरम ने कहा कि संस्थान और व्यक्ति दोनों सीखने की प्रक्रिया से गुजर रहे हैं।

सुप्रीम कोर्ट की हाल की राय से इसमें काफी स्पष्टता आई है। शीर्ष कोर्ट ने 27 सितंबर को अपनी राय में कहा है कि प्राकृतिक संसाधनों के आवंटन का एकमात्र तरीका नीलामी नहीं है। कैग ने कहा कि हमारी ऑडिट प्रकिया सरकार के खिलाफ नहीं है। सरकार के सामने सही तस्‍वीर पेश करते हैं।

First Published: Tuesday, October 9, 2012, 13:36

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