कैश फॉर वोट : जेटली से होगी पूछताछ ! - Zee News हिंदी

कैश फॉर वोट : जेटली से होगी पूछताछ !

नई दिल्ली : भाजपा के वरिष्ठ नेता अरूण जेटली से दिल्ली पुलिस अभियोजन पक्ष के गवाह के तौर पर कैश फॉर वोट घोटाले में पूछताछ कर सकती है ताकि पता लगाया जा सके कि क्या भाजपा को इस बात की जानकारी थी कि उसके तीन सांसदों को साल 2008 में विश्वास मत के पक्ष में मतदान के लिए प्रभावित करने की कोशिश की गई थी.

लोक अभियोजक राजीव मोहन ने विशेष न्यायाधीश संगीता धींगरा सहगल से कहा, ‘हमने अरूण जेटली से पूछताछ की है. इस बारे में पुलिस डायरी में एक नोट है. हमने आरोप पत्र में यह बयान दिया है. जब मुकदमा शुरू होगा तो हमें अरूण जेटली को जरूरत पड़ने पर कठघरे में बुलाने की जरूरत पड़ सकती है.’

साल 2008 के कैश फॉर वोट घोटाले के आरोपी भाजपा नेता लालकृष्ण आडवाणी के पूर्व करीबी सहयोगी सुधींद्र कुलकर्णी, भाजपा के दो पूर्व सांसद फग्गन सिंह कुलस्ते और महाबीर भगोरा की जमानत याचिका का विरोध करते हुए मोहन ने कहा कि एक करोड़ रुपये मिलने के तुरंत बाद पार्टी के वरिष्ठ पदाधिकारियों को सूचित करने में उनकी कथित विफलता स्टिंग ऑपरेशन के बारे में शंका खड़े करती है.

अभियोजक ने कहा, ‘अगर आप (आरोपी) भ्रष्टाचार के खिलाफ आवाज उठाने वाले थे तो आपने उपलब्ध सर्वोत्तम अवसर पर इसका खुलासा क्यों नहीं किया. धन पाने के बाद आपने क्यों अपनी पार्टी के वरिष्ठ अधिकारियों को सूचित नहीं किया. क्या उन्होंने पार्टी के किसी वरिष्ठ सदस्य को सूचित किया कि हां हमें धन की पेशकश की गई.’

अभियोजक ने कहा, ‘भाजपा के वरिष्ठ नेताओं का ऐसा कोई बयान नहीं है कि राज्यसभा सांसद अमर सिंह (सह आरोपी) ने उनके तीन सांसदों को तीन-तीन करोड़ रुपये की पेशकश की.’ उन्होंने कहा कि भाजपा सांसद कुलस्ते, भगोरा और अशोक अर्गल को 22 जुलाई 2008 को सुबह 11 बजे एक करोड़ रुपये मिले लेकिन उन्होंने कानून लागू करने वाली किसी एजेंसी को इसकी सूचना नहीं दी और शाम चार बजे तक इंतजार किया क्योंकि वे इस बात की उम्मीद कर रहे थे कि उन्हें शेष आठ करोड़ रुपये पहुंचाए जाएं.

अभियोजक ने कहा कि आरोपी ने अपनी पार्टी के वरिष्ठ नेताओं को इस बात को सूचित तक नहीं किया कि 22 जुलाई 2008 की सुबह वे अमर सिंह से उनके आवास पर मिलने जा रहे हैं. अभियोजक ने कहा, ‘उन्होंने (भाजपा सांसद) यहां तक कि जेटली को भी सूचित नहीं किया कि वे अमर सिंह से उनके आवास पर 22 जुलाई 2008 को सुबह आठ बजे मिलेंगे. वे इस बारे में पार्टी नेताओं को सूचित कर सकते थे. इस सौदे को नौ करोड़ रुपये में (अमर सिंह के आवास पर) अंतिम रूप दिया गया.’ (एजेंसी)

First Published: Friday, October 7, 2011, 22:54

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