Last Updated: Tuesday, October 18, 2011, 13:01
नई दिल्ली : दिल्ली की एक अदालत ने समाजवादी पार्टी के नेता रेवती रमन सिंह को 2008 में हुए कैश फॉर वोट मामले में आरोपी बनाया है। अदालत ने कहा कि कथित आपराधिक षड्यंत्र में उनकी संलिप्तता दिखाने के लिए पर्याप्त सामग्री है, जबकि दिल्ली पुलिस ने उन्हें क्लीनचिट दे रखी है।
अदालत ने सिंह को समन भेजकर तीन नवंबर को उपस्थित होने को कहा। इसने कहा, ‘प्रथमदृष्टया प्रतीत होता है कि कथित आपराधिक षड्यंत्र में आरोपी की भागीदारी थी।’ विशेष न्यायाधीश संगीता ढींगरा सहगल ने कल अपने आदेश में कहा, ‘मेरा मानना है कि यह विचार करने के लिए पर्याप्त सामग्री है कि रेवती रमन सिंह कथित आपराधिक षड्यंत्र का हिस्सा थे।’ उन्होंने कहा कि मैं आईपीसी की धारा 120-बी के तहत रेवती रमन सिंह के खिलाफ अपराध का संज्ञान लेती हूं। उन्हें तीन नवंबर 2011 को उपस्थित होने के लिए समन भेजा जाए।
दिल्ली पुलिस ने 14 अक्टूबर को अदालत से कहा था कि अब तक यह दर्शाने के लिए साक्ष्य नहीं हैं कि घोटाले में रेवती रमन सिंह भी शामिल हैं। बहरहाल तीन सह अभियुक्तों भाजपा के पूर्व सांसद फग्गन सिंह कुलस्ते, महाबीर सिंह भगोरा और वर्तमान सांसद अशोक अर्गल के बयान एवं रिकार्ड के बाद अदालत ने अपराध का संज्ञान लिया।
न्यायाधीश ने कहा कि पेश किए गए रिकार्ड और तीन सांसदों का हस्ताक्षरित बयान यह दर्शाने के लिए पर्याप्त है कि रेवती रमन सिंह ने तीनों लोगों का नेतृत्व किया और यह वादा करते हुए अमर सिंह के साथ बैठक का आयोजन किया कि उनके हितों का ख्याल रखा जाए।
(एजेंसी)
First Published: Wednesday, October 19, 2011, 11:40