Last Updated: Friday, May 4, 2012, 08:58
नई दिल्ली: राष्ट्रपति पद के लिए आदिवासी उम्मीदवार की वकालत करते हुए राकांपा के नेता पीए संगमा ने कहा कि कोशिश है कि सभी राजनीति दल इसपर सहमत हों ।
संगमा ने कहा कि आगामी नौ मई को यहां सभी राजनीतिक दलों के आदिवासी नेता मिलेंगे और हमारी मांग होगी कि किसी आदिवासी को अगला राष्ट्रपति बनाया जाये ।
हालांकि पूर्व लोकसभा अध्यक्ष और मेघालय के सांसद ने यह स्पष्ट किया कि वह राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार नही हैं । संगमा ने कहा कि मैं उम्मीदवार नही हूं हम विभिन्न राजनीतिक दलों के नेताओं से मिलकर राष्ट्रपति पद के लिए आदिवासी उम्मीवार के मुद्दे पर सहमति बनाना चाहते हैं । सैद्धांतिक रूप से सहमति बन जाने के बाद हम उम्मीदवार के नाम की घोषणा करेंगे ।
यह पूछे जाने पर कि आदिवासी उम्मीदवार का विचार उनका अपना है या राकांपा का, उन्होंने कहा कि यह देश के आदिवासियों की राय है । यह किसी राजनीतिक दल का विचार नही है । हमने इस संबंध में कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी, भाजपा अध्यक्ष नीतिन गडकरी, सपा प्रमुख मुलायम सिंह यादव और राकांपा के नेता शरद पवार को पत्र लिखकर इसपर चर्चा के लिए मिलने का समय मांगा है ।
संगमा ने कहा कि भारत को गणराज्य बने 60 साल होने के बाद भी 10 करोड़ की जनसंख्या वाले आदिवासी समुदाय को इस पद के लिए मौका नहीं मिला हालांकि अनुसूचित जाति और मुस्लिम अल्पसंख्यक को यह अवसर मिल चुका है ।
(एजेंसी)
First Published: Friday, May 4, 2012, 14:29