Last Updated: Friday, August 31, 2012, 14:14
नई दिल्ली : कोयला ब्लाक आवंटन में कथित अनियमितता पर नियंत्रक एवं महालेखा परीक्षक (कैग) की रिपोर्ट पर सवाल खड़ा करना और आवंटन को सही ठहराने की सरकार और कांग्रेस के प्रयासों को अनुचित और मनमाना करार देते हुए भाजपा ने आज कहा कि इस मामले में जवाबदेही तय होनी चाहिए और प्रधानमंत्री को पद से इस्तीफा देना चाहिए।
भाजपा के वरिष्ठ नेता यशवंत सिन्हा ने संसद भवन परिसर में कहा कि राजग की मांग है कि कोयला ब्लाक आवंटन मामले की नैतिक जिम्मेदारी लेते हुए प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह को इस्तीफा देना चाहिए और सभी कोयला ब्लाकांे के आवंटन को रद्द किया जाना चाहिए।
उन्होंने कहा कि हम इस मांग पर कायम है। इस मामले में पूरा राजग एकजुट है। भाजपा उपाध्यक्ष मुख्तार अब्बास नकवी ने कहा कि कोयला ब्लाक आवंटन को किसी तरह से उचित नहीं ठहराया जा सकता है। इस मामले में जवाबदेही तय होनी चाहिए और प्रधानमंत्री को नैतिक जिम्मेदारी लेते हुए इस्तीफा देना चाहिए। उन्होंने कहा कि सरकार और कांग्रेस पार्टी कैग पर हमला कर रही है, जो गलत है।
इन्हें कैग जैसे संवैधानिक निकाय पर हमला करने की बजाए अपने भ्रष्टाचार, घोटालों को दूर करना चाहिए। नकवी ने कहा कि अगर सरकार और कांग्रेस अपनी ऊर्जा इन सकारात्मक कार्यों पर खर्च करे तो कोयले की कालिख को थोड़ा कम कर सकेगी।
सपा, वाममोर्चा, तेदेपा के इस विषय पर संसद में समन्वय करने, धरना देने और चर्चा कराये जाने की मांग के बारे में पूछे जाने पर भाजपा नेता ने कहा कि ऐसे लोग ही कांग्रेस के भ्रष्टाचार और घोटालों को आक्सिजन देते रहे हैं और अब भ्रष्टाचार के खिलाफ मोर्चा बनाने की बात कर रहे हैं। देखिए, इनकी बात कहां तक बनती है।
बहरहाल, यह पूछे जाने पर कि वाममोर्चा समेत अन्य विपक्षी दल संसद में चर्चा चाहते हैं और भाजपा अलग थलग दिख रही है, सिन्हा ने कहा कि वाममोर्चा समेत अन्य गैर राजग दलों ने भी कोयला ब्लाक आवंटन को रद्द करने की मांग की है। यह हमारी दो अहम मांगों में से एक है। इसलिए अलग थलग पड़ने का कोई सवाल नहीं है। उन्होंने कोयला ब्लाक आवंटन मामले में अपना विरोध जारी रहने की प्रतिबद्धता व्यक्त करते हुए कहा कि पूरा राजग एकजुट है और इस लड़ाई को पुरजोर तरीके से आगे बढ़ाया जाएगा। सिन्हा ने कहा कि हम अपनी दोनों मांग पर कायम हैं। इसमें पीछे हटने का कोई सवाल नहीं है। (एजेंसी)
First Published: Friday, August 31, 2012, 14:14