Last Updated: Wednesday, September 4, 2013, 14:05
नई दिल्ली : भाजपा के वरिष्ठ नेताओं ने बुधवार को फैसला किया कि पार्टी संसद में कोयला ब्लाक आवंटन से जुड़ी कुछ फाइलों के कथित रूप से गायब होने के मुद्दे को उठाएगी। इस निर्णय से उसने यह संकेत दिया है कि प्रधानमंत्री द्वारा इस विषय पर कल पार्टी के कुछ वरिष्ठ नेताओं के साथ हुई बातचीत से विपक्ष और सत्ता पक्ष के बीच बना गतिरोध समाप्त नहीं हो पाया है।
प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने समूह-20 की शिखर बैठक के लिए रवाना होने से पहले कल रात गतिरोध समाप्त करने के प्रयास में भाजपा संसदीय दल के अध्यक्ष लालकृष्ण आडवाणी, लोकसभा में विपक्ष की नेता सुषमा स्वराज और राज्यसभा में नेता प्रतिपक्ष अरुण जेटली अपने निवास पर बुलाया था।
भाजपा नेताओं ने हालांकि संसद को सुचारू रूप से चलाने का प्रधानमंत्री को कोई आश्वासन नहीं दिया। उन्होंने प्रधानमंत्री से कहा कि ‘गायब फाइलों’ पर संसद में बयान देने के बाद विपक्ष के सदस्यों को स्पष्टीकरण पूछने का मौका दिए बिना जिस तरह वे दोनों सदनों से चले गए उससे पार्टी के लोगों में काफी गुस्सा है।
प्रधानमंत्री से मुलाकात के समय तीनों नेताओं ने प्रधानमंत्री से कहा कि वे आज सुबह संसद की कार्यवाही शुरू होने से पहले अपनी पार्टी के वरिष्ठ नेताओं से विचार करने के बाद ही कोई अंतिम निर्णय करेंगे। पार्टी सूत्रों ने बताया कि भाजपा ने दोनों सदनों में कोयला विषय पर विरोध जारी रखने का निर्णय किया है। भाजपा के एक वरिष्ठ नेता ने कहा कि प्रधानमंत्री की डिनर डिप्लोमसी असफल हो गई है। हम संसद में कोयला मुद्दा उठाएंगे। (एजेंसी)
First Published: Wednesday, September 4, 2013, 14:05