Last Updated: Friday, April 26, 2013, 20:55

नई दिल्ली : सीबीआई के जल्द ही कोयला खदानों के आवंटन में कथित अनियमितता के संबंध में नया मामला दर्ज करने की संभावना है। नया मामला घोटाले की जांच की विभिन्न हलकों से हो रही आलोचना के बीच दायर किया जाएगा।
सीबीआई सूत्रों ने उन कंपनियों और लोगों के बारे में कोई जानकारी नहीं दी जिन्हें नयी प्राथमिकी में आरोपी बनाया जा सकता है क्योंकि इससे मामला दर्ज किए जाने के बाद उसकी ओर से किया जाने वाला तलाशी अभियान खतरे में पड़ जाएगा।
सूत्रों ने बताया कि कुछ दिनों के भीतर नया मामला दर्ज किया जा सकता है। यह वरिष्ठ अधिकारियों की ओर से मिलने वाली अनुमति पर निर्भर करेगा।
नया मामला दर्ज किए जाने के साथ कोयला आवंटन घोटाले में दर्ज कुल प्राथमिकियों की संख्या बढ़कर 11 हो जाएगी।
एजेंसी ने इससे पहले कोयला ब्लॉक के आवंटन के लिए दिए गए आवेदन में कथित धोखाधड़ी, जालसाजी और तथ्यों की गलत बयानी के लिए कुछ कंपनियों के खिलाफ मामला दर्ज किया था।
पिछले साल केंद्रीय सतर्कता आयोग ने सीबीआई को भाजपा नेता प्रकाश जावडेकर द्वारा दर्ज कराई गई शिकायत की जांच करने की जिम्मेदारी सौंपी थी। उन्होंने यह शिकायत कोयला खदानों के आवंटन में कथित अनियमितता की जांच को लेकर दर्ज कराई थी।
इस शिकायत के बाद कांग्रेस के सांसदों ने भी राजग के कार्यकाल के दौरान कोयला ब्लॉक के आवंटन में अनियमितताओं की जांच की मांग को लेकर शिकायतें दर्ज कराई थीं।
इन शिकायतों के आधार पर सीबीआई ने निजी कंपनियों को साल 2006 और 2009 के बीच कोयला ब्लॉक के आवंटन, 1993 और 2004 के बीच संयुक्त उपक्रम कंपनियों को कोयला ब्लॉक के आवंटन में कथित अनियमितता की जांच के लिए तीन प्राथमिक जांच दर्ज की थी। पिछले साल अगस्त में नियंत्रक एवं महालेखा परीक्षक ने कहा था कि साल 2004 से 2009 के बीच 142 कोयला ब्लॉक के आवंटन के जरिए लाभार्थियों को 1.86 लाख करोड़ रूपये तक का लाभ पहुंचाया गया क्योंकि खनन अधिकार नीलामी के जरिए देने की बजाय बेहद कम दर पर दिए गए। (एजेंसी)
First Published: Friday, April 26, 2013, 20:55