Last Updated: Saturday, August 3, 2013, 20:00

हाथों में नुकीली कीलें और शरीर को जलाते कैमिकल्स, गुजरात में आस्था के नाम पर दरिंदगी का खेल लंबे अरसे से चल रहा है। जब ज़ी मीडिया की क्राइम टीम को इसकी जानकारी मिली तो हम भी हैरान थे। एक ऐसा तांत्रिक जो खुद तो हर रविवार को नशे में धुत्त हो जाता है लेकिन लोगों की शराब छुड़वाने का दावा करता है। इतना ही नहीं ये शख्स लोगों की शराब छुड़वाने के नाम पर उनके हाथों की कलाई को कीलों से छेद देता है। कीलें भी होती हैं कम से कम 5-7 इंच लंबी। ये कीलें न सिर्फ़ लोगों की चमड़ी में चुभती हैं, बल्कि उनकी हड्डी के भी आर-पार हो जाती हैं। हाथों के आर-पार हुई ये कितनी कितनीं ख़तरनाक साबित हो सकती हैं इसका अंदाज़ा आप भी लगा सकते हैं, ये कीलें सेप्टिमेनिया की वजह बन सकती हैं और सेप्टिमेनिया फैल जाए तो हाथ कटवाना भी पड़ सकता है।
अहमदाबाद से महज़ 30 मील दूर महमदाबाद का रिज़ोदा गांव लोगों के हाथों को कीलों से गोदने वाले टीना महाराज तांत्रिक का ठिकाना है। इस गांव में तांत्रिक की दहशत है, क्योंकि ये तांत्रिक अपने पास श्मशानी शक्तियों की मौजूदगी का दावा करता है और कई ऐसे चमत्कार भी दिखाता है जिन्हें देख इलाके के अनपढ लोग डर जाते हैं।
हाथों में गड़ती कीलें, नहीं आता खून?तांत्रिक भूतो-प्रेतों को पीड़ित के शरीर पर ही जलाने का दावा करता है और ऐसा होता भी है। तांत्रिक का दावा है कि जब वो किसी भूत प्रेत से पीड़ित शख्स के पास जाता है, उसे अपनी तलवार से थपकी देता है तो उसके कपड़ों में आग लग जाती है जो कि भूत-प्रेत की मौजूदगी का सबसे बड़ा निशान है। लेकिन हक़ीकत ये है कि तांत्रिक इन लोगों पर फास्फोरस बेस कैमिकल्स छिड़क देता है जो कपड़ों पर गिरते ही जलने लगते हैं.। चमत्कार के इस ढोंग पर न तो पुलिस कोई कार्रवाई कर रही है और न ही प्रशासन।
कैमिकल्स से चमत्कार का दावातांत्रिक का ये भी दावा है कि वो जिन लोगों के हाथों में कील गाड़ता है उन्हें खून नहीं निकलता क्योंकि वो उन कीलों और इंसान के शरीर को तंत्र-मंत्र से बांध देता है। लेकिन हक़ीकत ये है कि तांत्रिक कीलें गोदने से पहले लोगों के हाथों पर एक विशेष प्रकार का स्प्रे छिड़कता है जिसकी वजह से हाथ के उस हिस्से की चमड़ी की सेंसेशन ख़त्म हो जाती है और खून जम जाता है। ये कैमिकल बेहद ख़तरनाक साबित हो सकता है। लेकिन गांव के अनपढ़ और भोले-भाले लोग इसे चमत्कार मान कर तांत्रिक की जय जयकार करते रहते हैं। वो लोग इस बात से अंजान हैं कि अगर ऐसी कीलों से शरीर में ज़हर फैल गया तो मौत भी हो सकती है।
नि:संतान महिलाओं का रात में इलाजतांत्रिक महिलाओं के इलाज का भी दावा करता है और दावा ये भी है कि वो बांझ महिलाओं से पूजा करवाकर उन्हें मां बनने का सुख दे सकता है। लेकिन इसके बारे में तांत्रिक की शर्तें बेहद हैरान करने वाली हैं । उसकी शर्त है कि बांझ महिलाओं को पूजा के लिए उसके पास रात के वक्त आना होगा वो भी अकेले। पति को भी साथ लाने की इजाजत नहीं देता ये तांत्रिक । लेकिन सबसे बेहतर खुफिया नेटवर्क होने के बावजूद गुजरात पुलिस तक नहीं पहुंच पाई है क्यों?
First Published: Saturday, August 3, 2013, 19:54