क्राइम फाइल्स: हर मिनट 80 लोगों पर Cyber Attack

क्राइम फाइल्स: हर मिनट 80 लोगों पर Cyber Attack

क्राइम फाइल्स: हर मिनट 80 लोगों पर Cyber Attackज़ी मीडिया ब्यूरो
देश में इंटरनेट यूज़र्स का आंकड़ा करोड़ों में है। लोग अपने सोशल नेटवर्किंग से लेकर बैंकिंग तक हर काम इंटरनेट के ज़रिए कर रहे हैं। नोएडा के बिज़नेसमैन रमेश भी अपने बिज़नेस ट्रांज़ेक्शन के लिए इंटरनेट पर ईमेल का इस्तेमाल कर रहे थे। उन्होंने परचेज़ के लिए दूसरे व्यापारी से इंटरनेट पर ही तमाम बातचीत की और बातचीत के अंत में दूसरे व्यापारी से उसका अकाउंट नंबर ईमेल से मांगा लेकिन वो शख्स नहीं जानता था कि उसकी हर हरकत पर कोई हैकर नज़र रख रहा था। और उसने जैसे ही उनकी ईमेल कंनवर्ज़ेशन में एकाउंट नंबर और मनी ट्रांस्फर की बात देखी। उसने रमेश को फेक ईमेल भेजकर पहले तो अपने एकाउंट में पैसा ट्रांस्फर करवाया और ऐसा करने के दौरान उसने रमेश के कंप्यूटर से इंटरनेट बैंकिंग लॉग इन और पासवर्ड चुराकर सारा पैसा अपने विदेशी एकाउंट्स में ट्रास्फर कर लिया। रमेश के एकाउंट से क़रीब डेढ़ करोड़ रुपए निकाल लिए गए।

क्राइम फाइल्स की टीम ने इंटरनेट की धोखाधड़ी और हैकिंग करने वालों के राज़ तलाशने शुरु किए तो मुलाक़ात एनसीआर के एक हैकर से हुई जिसने हमसे बिना मिले ही सिर्फ़ हमारे मोबाइल नंबर को देखकर हमारे मोबाइल और उसमें मौजूद डेटा के बारे में पूरी जानाकारी दे दी।

हैकर- आपका मोबाइल नंबर 98******5(मोबाइल नंबर में बीप देनी है) है ना....
आप अपना मोबाइल मुझे मत दिखाइयेगा...
ये एंड्रोएड मोबाइल है- का...
रिपोर्टर- हां सही है...
हैकर- आपके मोबाइल की स्क्रीन पर यही इमेज है...?
रिपोर्टर- हां
हैकर- आपका पहला कॉंटेक्ट है....ए एन श्री(बीप बीप बीप)
रिपोर्टर- हां
हैकर- आपके मोबाइल पर लास्ट एसएमएस यही आया था( मोबाइल दिखाते हुए)
रिपोर्टर- लेकिन आपके पास ये मैसेज कैसे पहुंचा...?
हैकर- हम इन्हीं चीज़ों पर तो रिसर्च करते हैं ....

उस हैकर ने पहली ही बातचीत में हमारे मोबाइल को हैक करने का दावा किया, जिसे हम नकार नहीं सके..लेकिन सवाल ये था कि क्या डबल सिक्योरिटी लेयर वाले इंटरनेट बैंकिंग की डीटेल्स भी हैक की जा सकती हैं...उस हैकर ने हमें मुलाक़ात के लिए तय वक्त पर बुलाया और क़रीब 15 मिनट की बातचीत के दौरान उसने हमें दिखाया कि किस तरह से हैकर्स की चैटिंग कम्यूनिटी पर इंटरनेट बैंक लॉग इन , सीवीवी और पासवर्ड्स की जानकारियां खरीदी-बेची जाती हैं..उसने हमें डैमो के लिए एक इंटरनेट बैंकिंग एकाउंट में लॉगइन भी करके दिखाया... लेकिन उसी वक्त हमारे कहने पर उसने एकाउंट लॉग ऑफ कर दिया। इस हैकर ने हमें इतना तो बताया कि वो लोगों के मोबाइल या कंप्यूटर ही नहीं सर्वर्स को भी हैक सकता है..लेकिन उसके ट्रेड सीक्रेट बताने से हमें इनकार कर दिया।

प्रोफेशनल हैकिंग के ट्रेड सीक्रेट्स जानने के लिए हमारी टीम की मुलाक़ात हुई एंटी हैकिंग एक्सपर्ट अंकित ओबरॉय से..जिन्होंने हमें सबसे पहले मोबाइल हैकिंग का कंसेप्ट बताया...अंकित के मुताबिक़ इंटरनेट डेटा प्लान वाला मोबाइल आसानी से हैक किया जा सकता है.।उसने भी हमें इसका डैमो करवाने में देर नहीं लगाई..अंकित के मुताबिक़ मोबाइल फोन में एक एसएमएस या ईमेल भेजकर मोबाइल को हैक किया जा सकता है..साथ ही कई ऐसे कॉम्प्लेक्स सॉफ्टवेयर्स भी हैं..जिनमें देश ही नहीं, दुनियाभर के मोबाइल्स की डिटेल्स रहती हैं..कई बार ये हैकर्स कंपनियों के सर्वर्स पर अटैक कर उनमें वर्चुअल टनल बना लेते हैं..जिनसे उस नेटवर्क के सभी मोबाइल्स तक पहुंचा जा सकता है। अंकित ने ये भी बताया कि फ्री सॉफ्टवेयर्स भी आपके मोबाइल का डेटा शेयर कर देते हैं।

नॉर्टन साइबर सिक्योरिटी के कंट्री सेल्स हेड रितेश चोपड़ा का भी दावा है कि इंडिया में पिछले साल क़रीब 42 मिलियन साइबर अटैक हुए लोगों पर..यानी हर मिनट 80 लोग इंटरनेट हमले का शिकार हो रहे हैं। एंटी हैकिंग एक्सपर्ट अंकित ने हमें ये भी बताया कि अक्सर हैकर्स आपका एकाउंट हैक करने के लिए आपको फर्ज़ी ईमेल्स भेजते हैं जिन्हें खोलते ही आपके सिस्टम में स्पाईवेयर्स, ट्रॉजन या बॉट्स दाखिल हो जाते हैं..इनमें ऐसी तकनीकें बन चुकी हैं..जिनके ज़रिए न सिर्फ़ आपकी हार्ड डिस्क में स्टोर डेटा बल्कि आपके द्वारा कीबोर्ड पर टाइप किए जा रहे हर वर्ड को हैकर्स तक पहुंचाया जा सकता है..ऐसी ही एप्लिकेशन्स से हैकर्स आपके ईमेल, आपके सोशल नेटवर्किंग एकाउंट और बैंकिंग एकाउंट तक की जानकारियां भी पा लेते हैं।

क्राइम फाइल्स की टीम को इस बारे में एक और जानकारी मिली इंटरनेट पर ऐसे ट्रॉजन्स और बॉट्स आ चुके हैं..जो हर पल आपके कंप्यूटर की स्क्रीन क्लिक कर उसकी ईमेज अपने मालिक तक भेज देते हैं...इस वजह से इंटरनेट बैंकिंग लॉग इन करते वक्त बैंक्स ने जो वर्चुअल कीबोर्ड की प्रणाली विकसित की है..वो भी भेदी जा चुकी है। यानी जब आप इंटरनेट लॉगइन के लिए वर्चुअल कीबोर्ड का इस्तेमाल कर क्लिक करेंगे तो साथ ही उसकी इमेज भी क्लिक हो जाएगी..जिसे विदेशों में बैठे हैकर्स अपने फायदे के लिए इस्तेमाल कर सकते हैं।

हैकिंग से कैसे बचें ?
अंकित चोपड़ा, एंटी हैकिंग एक्सपर्ट - अपने सिस्टम को अपडेट रखें, इंटरनेट ब्राउज़िंग के दौरन फ्री सॉफ्टवेयर्स से बचें और लुभावने लिंक्स से दूर ही रहें। क्रोम या फ़ायरफॉक्स ब्राउज़र फ्री भी हैं और सेफ़ भी।
रितेश चोपड़ा ,कंट्री सेल्स हेड, सिमेनटेक - मोबाइल फोन के OS और सिक्योरिटी अपडेट्स को बंद न करें, इससे मोबाइल स्लो नहीं, सेफ़ होगा।

त्रिवेणी सिंह, पुलिस अधिक्षक(साइबर सेल) बरेली- हैकिंग का शौक रखने से बेहतर अपने सिस्टम को सेफ़ रखें, क्योंकि पाइरेसी के चक्कर में आपका डेटा भी चोरी हो सकता है..और हैकिंग की कोशिश में पकड़े गए तो जेल निश्चित है।

First Published: Saturday, July 20, 2013, 23:35

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