क्राइम फाइल्स : 15 अगस्त को भी बहीं शराब की नदियां

क्राइम फाइल्स : 15 अगस्त को भी बहीं शराब की नदियां

क्राइम फाइल्स : 15 अगस्त को भी बहीं शराब की नदियांशराब इंसान के दिलोदिमाग पर असर डालती है और क्रिमिनल माइंडसेट को बढ़ावा देती है, ये बात हम नहीं, दुनियाभर की रिसर्च कह चुकी हैं। लेकिन एक सच यह भी है कि इंडिया में शराब माफिया दिन दूनी रात चौगुनी तरक्की कर रहा है। भ्रष्ट सिस्टम और करोड़ों की कमाई के चलते शराब माफिया के हौसले इतने बुलंद हो चुके हैं कि उन्हें न तो कानून का डर है और न ही देश की आजादी के लिए अपने प्राणों को न्यौछावर करने वाले शहीदों के प्रति कोई सम्मान।

ज़ी मीडिया की क्राइम एंड इनवेस्टिगेशन टीम को जानकारी मिली कि 15 अगस्त के दिन कई इलाकों में शराब की दुकानें DRY DAY के नियमों का उल्लंघन कर रही हैं, हकीकत जानने के लिए पांच राज्यों में क्राइम फाइल्स की टीम खुफिया कैमरों के साथ रिएलिटी चैक के लिए निकली।

दिल्ली-यूपी बॉर्डर पर शराब माफिया के हौसले बुलंद
दिल्लीऔर यूपी के बॉर्डर के इलाकों में शराब माफिया के हौसले बुलंद हैं इस बात का अंदाजा हमें बॉर्डर के इलाकों तक पहुंचते ही लग गया। दिल्ली के आनंद विहार बस अड्डे के सामने यूपी के गाजियाबाद का कौशंबी इलाका है, जहां एक WINE SHOP ऐसी जगह पर है जिसे टेक्निकल तौर पर तो यूपी में कहा जा सकता है, लेकिन उसकी एंट्री दिल्लीवालों के लिए भी बेहद आसान है। ये WINE SHOP 15 अगस्त के दिन भी खुली थी।

पुलिस चौकी से महज चंद कदम की दूरी पर बनी इस WINE SHOP पर जब क्राइम फाइल्स की टीम पहुंची तो वहां मौजूद एक शख्स ने हमारे पहुंचने से कुछ मिनट पहले लौटे लोगों को देख दावा किया कि "ये तो एक्साइज़ वाले थे, अरे कम से कम तीस हजार तो चौकी में जाएगा हमारा नकद, कैश" उसने ये भी दावा किया कि दिल्ली पुलिस के लोग भी यहां से शराब खरीदते हैं, हफ्ता वसूलते हैं। उसी दौरान वहां एक पुलिसकर्मी भी हमें शराब लेकर जाते हुए दिखाई दे गया। 15 अगस्त के दिन पुलिस कर्मी शराब की बिक्री रोकने की बजाए शराब खरीदते हुए दिखें तो हकीकत आप खुद ब खुद समझ सकते हैं।

इसी तरह हमारी टीम को दिल्ली के मयूर विहार और यूपी के गाजियाबाद में खोड़ा इलाके वाले बॉर्डर पर भी शराब की दुकान खुली मिली। यहां शराब शटर के नीचे से नहीं, उसके बीचों बीच बनाए गए बड़े सुराख के जरिए दिए जा रहे थे। कहने की जरूरत नहीं है कि शराब औने-पौने दामों पर बेची जा रही थी।

स्कूल के पास WINE SHOP, कानूनों की धज्जियां
गाजियाबाद के इंदिरापुरम इलाके में एक ऐसा शराब का ठेका भी है जो नामी स्कूल के बेहद करीब है। 15 अगस्त को सेंट थॉमस स्कूल के पास मौजूद इस शराब के ठेके का भी शटर तो डाउन था, लेकिन साइड में बनाई गई खिड़की से शराब बेचने का धंधा तेजी से चल रहा था। जब क्राइम फाइल्स की टीम ने प्रिंट से डेढ़ गुने दाम पर शराब देने का सवाल पूछा तो उसने दावा किया कि पुलिस प्रशासन को मुंह बंद करने के लिए पैसा दिया गया है।
रिपोर्टर- कितने दिए थे चौकी में ?
शराब विक्रेता- 10 हजार

यही हाल कमोबेश पूरी यूपी में था, इंदिरापुलिस की कई वाइन शॉप्स पर शराब धडल्ले से बेची जा रही थी। कानपुर में भी शराब की दुकानों की कमोबेश यही हालात दिखी।

उत्तराखंड में भी शराब माफिया बेखौफ
उत्तराखंड के रुद्रपुर में क्राइम फाइल्स की टीम के सदस्य ने जिस पहली वाइन शॉप के बाहर कदम रखा तो वहीं पर शराब बेचने के लिए बंदा हाजिर हो गया। शराब विक्रेता ने ये भी दावा किया कि ये दिल्ली नहीं, उत्तराखंड है, कहीं भी बैठकर बेखौफ पीजिए। क्राइम फाइल्स : 15 अगस्त को भी बहीं शराब की नदियां

दिल्ली में बिकती है अवैध शराब
देश की राजधानी में ज्यादातर WINE SHOPS बंद मिलीं लेकिन 15 अगस्त के दिन एक और चौंकाने वाला खुलासा हुआ, दिल्ली में अवैध शराब की बिक्री करने वाला माफिया मौजूद है, जिसके पस हर ब्रॉंड की शराब मिलती है। पूर्वी दिल्ली के त्रिलोकपुरी और साउथ दिल्ली के आर के पुरम में कुल मिलाकर तीन जगहों पर क्राइम फाइल्स की टीम ने रिहाइशी इलाकों में चल रहे अवैध शराब के कारोबारियों का स्टिंग ऑपरेशन किया।

क्राइम फाइल्स की तफ्तीश का असर
क्राइम फाइल्स की टीम ने तफ्तीश कर न सिर्फ इन अवैध शराब के कारोबारियों का खुलासा किया बल्कि ये भी सुनिश्चित किया कि इनके खिलाफ कार्रवाई की जाए। दिल्ली पुलिस ने दिया कड़ी कार्रवाई का भरोसा । गाजियाबाद आबकारी विभाग ने भी दिए जांच के आदेश। लेकिन हरियाणा के गुड़गांव में लगातार संपर्क करने के बावजूद आबकारी विभाग के अधिकारी बातचीत पर टाल-मटोल करते रहे। गुड़गांव में भी क्राइम फाइल्स की टीम ने कई जगहों पर 15 अगस्त के दिन WINE SHOPS पर शराब की बिक्री की वीडियो रिकॉर्ड की है।

जुर्म को नजरअंदाज न करें, रिपोर्ट दें
ये सच है कि जु़र्म हर किसी की आंखों के सामने होता है, लेकिन अक्सर लोग इसे छोटा करार देकर ध्यान नहीं देते, रिपोर्ट नहीं करते। लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि जो लोग देश की आजादी के दिन के लिए बने ड्राई डे के नियम को नहीं मानते, वो शराब ही बेचेंगे। क्या हो अगर अवैध शराब के कारोबारियों ने कच्ची या जहरीली शराब बेच दी। इसलिए सावधान रहिेए, सजग रहिए और अगर अपने आसपास किसी जुर्म को देखें तो इसकी जानकारी पुलिस को जरूर दें। हम भी आपकी जानकारी संबंधित विभाग तक पहुंचा कार्रवाई सुनिश्चित करने में मदद कर सकते हैं। हमारा ईमेल आईडी है- crime@zeenetwork.com

First Published: Saturday, August 24, 2013, 21:03

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