Last Updated: Monday, October 1, 2012, 12:43

जयपुर : राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सर संघचालक मोहन भागवत ने खुदरा बाजार में विदेशी पूंजी निवेश को देश के लिये घातक बताते हुए कहा है कि संघ इसका कड़ा विरोध करता है।
भागवत ने चल रहे जामडोली में चल रहे चैतन्य शिविर में भाग ले रहे स्वयं सेवकों के प्रश्नों के जवाब देते हुए कहा कि इस क्षेत्र में विदेशी पूजी निवेश से देश का आम व्यापारी संकट में आ जायेगा। देश के सामान्य व्यापारी को मौजूदा समय में इन बहुराष्ट्रीय कम्पनियों से मुकाबला करने का न तो प्रशिक्षण दिया जाता है और न ही इसकी तैयारी है।
उन्होंने देश के समक्ष ज्वलंत चुनौतियों की चर्चा करते हुये कहा कि चीन की नीति हमेशा से साम्राज्यवादी रही है इसलिये हमें अपनी सुरक्षा की दृष्टि से सामरिक तैयारी मजबूत रखनी चाहिये। उन्होंने कहा कि चीन की जनता सांस्कृतिक एवं भावनात्मक रुप से भारत को गुरु मानती है, इसे ध्यान में रखते हुये चीन की जनता में भारत के प्रति अच्छा वातावरण बनाने का प्रयास होना चाहिये।
संघ प्रमुख ने विदेशों में हिन्दुओं पर हो रहे अत्याचार के संदर्भ में कहा कि केन्द्र सरकार को पाकिस्तान, बांग्लादेश सहित उन सभी देशों पर दबाव बनाना चाहिये जिन देशों में हिन्दुओं को परेशान किया जा रहा है। उन्होंने अभी हाल ही में पाकिस्तान से जोधपुर आये हिन्दुओं को शरणार्थी का दर्जा देकर उन्हें भारत की नागरिकता दिये जाने की वकालत की।
उन्होंने कहा कि जब तक समाज एकजुट होकर शक्ति सम्पन्न नहीं हो जाता तब तक हिन्दुओं की समस्याओं का समाधान हो पाना कठिन है। (एजेंसी )
First Published: Monday, October 1, 2012, 12:43